केरल में पांच और लोगों में पाया गया जीका वायरस, राज्य में अब तक आए कुल 28 मामले

तिरुवनंतपुरम। केरल में जीका वायरस के मामले फिर बढ़ रहे हैं। राज्य में जीका वायरस के नए मामलों की पुष्टि हुई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया है कि राज्य में पांच और लोगों में जीका वायरस का पता चला है। इस पांच नए मामलों में अनायरा में दो लोग, कुन्नुकुझी, पट्टम और पूर्वी किले में एक-एक लोग जीका वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ राज्य में कुल 28 लोगों में जीका वायरस का पता चला है।

 

इससे पहले केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को बताया था कि तिरुवनंतपुरम के अनायरा इलाके के तीन किलोमीटर के दायरे में जीका वायरस संक्रमण के एक समूह(क्लस्टर) की पहचान की गई है। राज्य में जीका वायरस की स्थिति पर अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि इस बीमारी की रोकथाम और प्रसार रोकने के लिए मच्छरों के लिए फॉगिंग को प्रभावित क्षेत्रों में तेज किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हमने एक सूक्ष्म योजना विकसित की है और रेक्टर नियंत्रण गतिविधियों को तेज करने का निर्णय लिया है और फॉगिंग भी तेज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम ने गतिविधियों को तेज कर दिया है और जिला प्रशासन भी इसका हिस्सा होगा और सभी विभागों का समन्वय करेगा। वे अगले 7 दिन फॉगिंग करेंगे।

उन्होंने कहा कि डीएमओ कार्यालय से एक नियंत्रण कक्ष ने काम करना शुरू कर दिया है जो चौबीसों घंटे काम करेगा। जो लोग जीका वायरस के बारे में जानकारी या संदेह के बारे में नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकते हैं।

केरल में 9 जुलाई को जीका वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई थी। मच्छर जनित जीका वायरस को लेकर सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। ये मामले ऐसी स्थिति में सामने आए हैं जब केरल कोविड -19 महामारी से लड़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जनता से जीका वायरस को लेकर सतर्क रहने का आग्रह किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने जिला चिकित्सा अधिकारी को संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं।

क्या है जीका वायरस, कैसे फैलता है?

जीका वायरस एक मच्छर जनित संक्रमण है। यह संक्रमण एडीज प्रजाति के मच्छरों द्वारा फैलता है। यह वायरस फ्लेविविरिडे परिवार के फ्लेवीवायरस जीन्स (Flavivirus genus of Flaviviridae Family) से ताल्लुक रखता है। इसी परिवार से डेंगू वायरस, चिकनगुनिया, येलो फीवर, वेस्ट नाइल वायरस आदि संक्रमण भी संबंध रखते हैं।

जब कोई संक्रमण रहित एडीज मच्छर जीका वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति को काटता है, तो वह भी संक्रमित हो जाता है। इसके बाद वह जिस भी स्वस्थ व्यक्ति को काटेगा, उसे भी संक्रमित कर देगा। आमतौर पर, यह मच्छर दिन और शाम के समय ही काटता है।

जीका वायरस के लक्षण

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, जीका वायरस के संपर्क में आने 3 से 14 दिन के भीतर जीका वायरस की बीमारी के लक्षण दिखने लगते हैं। जो कि 2 दिन से लेकर 7 दिन तक दिख सकते हैं। हालांकि, जीका वायरस के अधिकतर मामलों में कोई लक्षण नहीं देखे जाते हैं। जीका वायरस के कुछ लक्षण (Zika Virus Symptoms) हैं-

हल्का बुखार

रैशेज

आंख आना

मांसपेशी और जोड़ों में दर्द

सिरदर्द

बेचैनी होना

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