नई दिल्ली। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक और बुरी खबर है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश हो गया है, जहां सबसे ज्यादा संख्या में कोरोना के गंभीर मरीज हैं। मतलब ऐसे मरीज जो वेंटिलेटर या फिर ऑक्सीजन सपोर्ट के सहारे हैं। अमेरिका में ऐसे मरीजों की संख्या 16 हजार 827 है, जबकि भारत में 8 हजार 944 मरीजों की हालत गंभीर है।
ये आंकड़े worldometers.info के मुताबिक हैं। शुक्रवार सुबह तक इस मामले में ब्राजील दूसरे नंबर पर था, जहां अब 8 हजार 318 मरीजों की हालत गंभीर है। 10 दिन पहले यानी 3 जून को इस मामले में भारत 7वें नंबर पर था। रूस का सबसे बेहतर रिकवरी रेट तीन लाख से ज्यादा संक्रमितों वाले देशों में रूस का रिकवरी रेट सबसे अच्छा है। संक्रमितों की संख्या के आधार पर यहां ठीक होने वालों की संख्या ज्यादा है। यहां का रिकवरी रेट 51.97% है। भारत इस मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां का रिकवरी रेट 49.34% है।
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीनियर मंत्रियों और अफसरों के साथ संक्रमण से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान महाराष्ट्र और दिल्ली समेत सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के हालात पर चर्चा हुई। मोदी 16 और 17 जून को छठी बार सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी करेंगे।
मीटिंग के बाद पीएमओ ने बताया कि देश में कोरोना के दो तिहाई मामले 5 राज्यों में हैं। बड़े शहरों में ज्यादा संक्रमण फैल रहा है। यहां पर कोरोना संकट से निपटने के लिए टेस्टिंग, बेड की संख्या और जरूरी सेवाएं बढ़ाने पर चर्चा हुई। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मानसून सीजन के मद्देनजर अस्पतालों में बेड और कोरोना वॉर्ड की जरूरतों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय को राज्यों के साथ इमरजेंसी प्लानिंग करने के लिए कहा है।
प्रधानमंत्री के साथ आज हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के डायरेक्टर और एम्पावर्ड ग्रुप के सदस्य शामिल हुए। इसके बाद गृह मंत्री शाह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन रविवार को एलजी अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के साथ बैठक करेंगे। राजधानी में संक्रमितों की संख्या 36 हजार से ज्यादा हो गई है।
उधर, महाराष्ट्र सरकार ने प्राइवेट लैब में किए जा रहे कोरोना टेस्ट की फीस को कम कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को बताया कि फीस 4500 रुपए से 2200 रुपए कर दी है। घर से सैंपल लेने पर 2800 रुपए फीस देनी होगी। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को राहत मिलेगी। उधर, भारत और बांग्लादेश के बीच पश्चिम बंगाल से कारोबार शनिवार से फिर शुरू हो गया। महामारी की वजह से 23 मार्च को दोनों देशों के बीच कारोबार बंद कर दिया गया था।
इंग्लैंड ने ठीक हुए मरीजों की संख्या जारी करना ही बंद कर दिया
इंग्लैंड में शुरुआत से ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या काफी कम रही है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2 मई तक इंग्लैंड में 32.9% कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। आईसीयू में 20.7% मरीज थे। आईसीयू से डिस्चार्ज होकर जनरल वार्ड में शिफ्ट होने वाले मरीजों की संख्या 44.1% थी और पूरी तरह से सही होकर डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 2.3% थी। इसके बाद से इंग्लैंड ने कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या जारी करना बंद कर दिया।
ब्राजील में हर दिन सबसे ज्यादा मौतें हो रहीं
दुनिया में अब हर रोज सबसे ज्यादा मौतें ब्राजील में हो रही हैं। यहां एक दिन पहले ही 1261 लोगों की मौत हुई थी। दूसरे नंबर पर अमेरिका है। यहां रोज 1000 लोगों की जान जा रही है। भारत इस मामले में चौथे नंबर पर है। जहां अब हर रोज 350 से ज्यादा लोग दम तोड़ रहे हैं। पाकिस्तान भी सबसे ज्यादा मौतों वाले 10 देशों की सूची में शामिल हो गया है। यहां अब हर रोज 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है।