कानपुर/झांसी। उत्तर प्रदेश के कानपुर और झांसी में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है। कानपुर में जहां एक ही दिन में 84 नए संक्रमित पाए गए। वहीं झांसी में 127 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। 24 घंटे में संक्रमण की चपेट में आने से कानपुर में 5 पेशेंट की मौत हो गई, जबकि झांसी में तीन लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
झांसी जिला प्रशासन के मुताबिक एक दिन में तीन लोगों की मौत हो गई जिसके बाद यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 तक पहुंच गई है। जिले में कुल 730 पॉजिटिव केस हैं इसमें 464 एक्टिव मामले हैं। अब तक 226 लोगों को अब तक डिस्चार्ज किया गया है। मंगलवार को 38 लोग ठीक होकर अपने घरों को वापस लौट गए।
कानुपर में संक्रमित मरीजों की संख्या 1864 पहुंची
शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या 1864 पहुंच गई। वहीं संक्रमण से 91 पेशेंट अपनी जान गवां चुके हैं। जिले में अब तक 1135 पेशेंट ठीक हो कर घरों को लौट चुके हैं जबकि एक्टिव मरीजो की संख्या 664 है। हैलट के कोविड-19 लेबल थ्री अस्पताल में बड़ी संख्या में गंभीर मरीज भर्ती हैं। हरबंश मोहाल में रहने वाला 30 साल का युवक हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती था। इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक युवक कैंसर की बीमारी से भी पीड़ित था। ग्वालटोली में रहने वाली 60 साल की महिला की भी कोविड-19 अस्पताल में मौत हो गई। महिला के फेफड़ों में दिक्कत थी और वो डायबिटीज की पेशेंट थी।
जिले में अलग-अलग जगहों में हुई मौतें
कैनाल रोड निवासी 85 साल के बुजुर्ग की संक्रमण के चपेट में आकर मौत हो गई। बुजुर्ग किडनी की बिमारी से भी परेशान थे। वहीं 60 वर्षीय महिला को सांस फूलने की बीमारी थी, उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उपचार के दौरान महिला की मौत गई।
कुली बाजार में रहने वाले 22 साल के युवक को 6 दिन से बुखार आ रहा था। जब युवक की हालत ज्यादा खराब हो गई तो परिजनों ने उसे उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान युवक की सोमवार शाम मौत हो गई, मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव है। कोरोना वायरस का संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है कि शहर का कोई भी ऐसा हिस्सा नहीं बचा है जहां से पेशेंट न मिल रहे हो।
छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवर्सिटी के सीक्रेट विभाग के कर्मचारी के परिवार में एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। कर्मचारी और उसके परिवार के अन्य सदस्यों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए है। इसके साथ ही सीक्रेट विभाग को बंद कर दिया गया है। विश्वविद्यालय परिसर को सैनिटाइज करने का काम किया जा रहा है।