लखनऊ, जेएनएन। कोरोना मरीजों की बदहाली पर लगातार छप रही खबरों का संज्ञान लेकर योगी सरकार ने चिकित्सा महानिदेशक व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। लखनऊ में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर कानून मंत्री बृजेश पाठक ने भी सरकार को पत्र लिखकर ताजे हालात से अवगत कराया था। इसके बाद अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की तरफ से पत्र जारी कर डीजी हेल्थ व सीएमओ से ताजा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गई है।
पत्र में छपी खबरों का हवाला भी दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना मरीजों रिपोर्ट चार-चार दिनों तक नहीं आ रही है। इसका फायदा अब निजी अस्पताल ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उठाने लगे हैं। इसके साथ यह भी कहा गया है कि पिछली बार की तुलना में दूसरी लहर में चार गुना संक्रमित सामने आ रहे हैं, लेकिन उनके लिए स्वास्थ्य विभाग पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं जुटा सका है।
अभी तक सभी कोविड-19 अस्पताल भी पूरी तरह शुरू नहीं कराए जा चुके हैं। लिहाजा छपी खबरों के आधार पर जांच करा कर 24 घंटे में जवाब अपेक्षित है। बता दें कि राजधानी के अस्पतालों में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। हाल ये है कि संक्रमण के गंभीर मरीजों की भर्ती नहीं हो रही है। एंबुलेंस भी समय पर नहीं आ रही है। जिसकी वजह से मरीजों की मौत हो रही है।