नई दिल्ली।
दुनिया के 120 देश कोरोना से जूझ रहे हैं। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन यानी दक्षेस देशों के समक्ष एक बड़ा प्रस्ताव पेश करते हुए इस महामारी से निपटने के लिए चर्चा करने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने इसके लिए विडियो चैट का प्रस्ताव दिया है जिसका दक्षेस देशों के सदस्यों ने स्वागत किया है। दक्षेस में भारत के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, श्रीलंका और नेपाल शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, ‘मैं सार्क राष्ट्रों के नेतृत्व के सामने कोरोना वायरस से लड़ने की मजबूत रणनीति बनाने का प्रस्ताव रखता हूं। हम विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी दुनिया कोविड- 19 नोवेल कोरोना वायरस से लड़ रही है। सरकार और लोग विभिन्न स्तर पर इससे लड़ने का सर्वोत्तम प्रयास कर रहे हैं।’
पीएम मोदी के ट्वीट के तुरंत बाद श्रीलंका, नेपाल, भूटान, मालदीव के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी और इसे एक सकारात्मक प्रस्ताव बता स्वागत किया। हालांकि, अभी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने कहा कि हम चर्चा का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘नरेंद्र मोदी आपकी महान पहल के लिए आभार- लंका चर्चा में हिस्सा लेने, अपने ज्ञान साझा करने और सार्क देशों से सीखने के लिए तैयार है। इस परीक्षा की घड़ी में हम सभी एकसाथ हों और अपने नागरिकों को सुरक्षित बनाएंगे।’
- नेपाल के पीएम के पी शर्मा ओली ने भी पीएम मोदी के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी सरकार दक्षेस राष्ट्रों के साथ काम करने को तैयार है। मालदीव के पीएम सोलिह ने भी तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अपने वे क्षेत्रीय प्रयास में सहयोग के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘इस महत्वपूर्ण प्रयास के लिए पहल करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी आपका आभार। कोविड-19 को सामूहिक प्रयास से हराने की जरूरत है। मालदीव इसका स्वागत करता है।
उधर, पड़ोसी देश भूटान के पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘इसे लीडरशिप कहते हैं। इस क्षेत्र के सदस्य होने के नाते इस वक्त हम सभी को साथ आना चाहिए। छोटी अर्थव्यवस्था ज्यादा प्रभावित हुई है, हम जरूर सहयोग करेंगे। आपके नेतृत्व में मुझे कोई शक नहीं है कि हम प्रभावशाली परिणाम देखेंगे।