लखनऊ में 10749 लोग संक्रिय मरीज हैं
-2000 से अधिक मरीज ऑक्सीजन व वेंटिलेटर सपोर्ट पर
-सरकारी व निजी कोविड-19 अस्पताल हुए फुल
लखनऊ। कोरोना संक्रमण से लगातार हालात बिगड़ रहे हैं। कोविड हॉस्पिटल में बेड फुल होने से स्थिति बिगड़ रही है। हालात यह है कि दो से तीन दिन बाद भी मरीजों की भर्ती नहीं हो पा रही है। घर में गंभीर कोरोना मरीजों की सांसें फूल रही हैं। कोविड कंट्रोल रूप से भी मरीजों की मदद नहीं मिल पा रही है।
लखनऊ के 23 अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भर्ती की सुविधा है। इनमें कुल बेड 2325 बेड हैं। आईसीयू-वेंटिलेटर बेड की संख्या 475 है। एचडीयू के 629 बेड हैं। आइसोलेशन में 1221 बेड हैं। लखनऊ में 10749 सक्रिय मरीज हैं। 2000 से ज्यादा मरीजों की संख्या गंभीर है। ये ऑक्सीजन सपोर्ट हैं।
सबसे ज्यादा दिक्कत लेवल तीन के अस्पतालों में मरीज को भर्ती कराने में आ रही है। लोहिया, पीजीआई और केजीएमयू में भर्ती के लिए मरीजों की वेटिंग चल रही है। लोकबंधु अस्पताल से एक कोरोना के गंभीर मरीज को पीजीआई शिफ्ट किया जाना था। शिफ्ट न होने से मरीज की मौत हो गई। जबकि लोकबंधु में अभी भी पांच मरीज जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। काफी मरीज घर में ही तड़प रहे हैं।