लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रदेश के सभी जनपदों के पत्रकारों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में शासन, प्रशासन और आम जन की सहभागिता के साथ ही मीडिया का रोल बहुत अहम है। जागरुकता पैदा करने में मीडिया की बड़ी भूमिका है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर के मीडिया कर्मियों के साथ सरकार की तैयारियों व सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को साझा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत कर उनसे सुझाव मांगे जिसको लेकर कई लोगों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी साझा किए। इन सुझावों पर गंभीरता से अमल करने का सीएम योगी ने आश्वासन भी दिया। पत्रकारों ने कोरोना को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की तारीफ भी की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एक संक्रमित बीमारी है। जो पथ, मत, संप्रदाय, धर्म और मजहब नहीं देखती है। इसके लिए जरूरी है कि हम सभी बिना किसी भेदभाव के एक साथ इसका मुकाबला करें। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णय व उपायों से देश में इस पर अब तक कंट्रोल बनाया जा सका है। पीएम मोदी द्वारा समय पर उठाए गए कदमों के कारण ही देश में कोरोना सेकंड स्टेज पर रूक गया है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश स्तर पर भी कई प्रयास किए गए हैं जिसके सार्थक परिणाम आने लगे थे। हालांकि तबलीगी जमात के कारण अचानक कुछ परिस्थितियां बदली हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 314 केस हैं जिनमें 168 केस जमातियों के हैं। जमातियों ने चिंता को बढ़ा दिया है। इसके बाद भी स्थिति हमारे कंट्रोल में है। योगी ने कहा कि मीडिया का हर समाज पर गहरा असर होता है इस कारण सभी से अपील करने के लिए आमंत्रित किया गया है। योगी ने कहा कि सभी अपने सुझाव मौखिक व लिखित रूप में दे सकते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेशवासियों को मास्क के विषय में भी जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डब्लूएचओ ने भी कॉटन व कपड़े से तैयार किए गए मास्क को सबसे अच्छा बताया है। एन95 मास्क मेडिकल प्रैक्टिस करने वालों के लिए ही जरूरी है। जन सामान्य के लिए कपड़े से तैयार मास्क बेहतर है। योगी ने कहा कि अगर मास्क नहीं उपलब्ध है तो साफ कपड़ा, साफा, तौलियां व बड़े रूमाल का प्रयोग मास्क के तौर पर हो सकता है। उन्होंने इन बातों पर जागरूकता के लिए मीडिया से सहयोग मांगा।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पत्रकारों ने लॉकडाउन खुलने की समय सीमा, कम्यूनिटी किचन, सर्विलांस बढ़ाने, जनसहभागिता आदि से संबंधित सुझाव दिए। जिस पर सीएम योगी ने गंभीरता पूर्वक विचार करने की बात कही। योगी ने कहा कि लॉकडाउन कब खुलेगा इस पर केंद्र से बातचीत करने के बाद ही फैसला लिया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने फेक न्यूज व अफवाह और अलगाववाद जैसी खबरों से मीडिया कर्मियों को सजग रहने की बात कही। एक सवाल के जवाब में योगी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारियों को स्वयं बचने की हिदायत दी गई है। इसके लिए स्वअनुशासन व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। मीडिया भी इसकी जागरूकता में सरकार का साथ दे।