नई दिल्ली। भारत में भी मिक्स एंड मैच वैक्सीन को लेकर जल्द ही ट्रायल शुरू हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) के एक्सपर्ट पैनल ने कोवैक्सिन और कोवीशील्ड के डोज की मिक्सिंग को लेकर ट्रायल की मंजूरी देने की सिफारिश की है।
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) वेल्लोर ने दोनों वैक्सीन के इंटरचेंजेबिलिटी स्टडी प्रोटोकॉल के लिए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) से मंजूरी के लिए आवेदन किया है। SEC ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और एडेनोवायरस इंट्रानेजल वैक्सीन (BBV154) के इंटरचेंजेबिलिटी स्टडी प्रोटोकॉल का ट्रायल मंजूर करने की भी सिफारिश की है। हालांकि, कमेटी ने भारत बायोटेक से अपने स्टडी टाइटल से ‘इंटरचेंजेबिलिटी’ शब्द हटाकर रिवाइज्ड प्रोटोकॉल देने का निर्देश दिया है।
ट्रायल कामयाब रहा तो दोनों डोज अलग-अलग वैक्सीन के ले सकते हैं
इस स्टडी से यह जानने में मदद मिलेगी कि क्या किसी व्यक्ति को दो अलग-अलग वैक्सीन के डोज दिए जा सकते हैं। यानी पहला डोज कोवीशील्ड का और दूसरा डोज कोवैक्सिन का देकर वैक्सीन के दोनों खुराक पूरे किए जा सकते हैं या नहीं।
CDSCO ने बच्चों के वैक्सीनेशन से संबंधित सेफ्टी डेटा मांगा
एक्सपर्ट टीम ने बायोलॉजिकल-ई से 5 से 17 साल के एज ग्रुप को वैक्सीन देने से संबंधित सेफ्टी डेटा भी मांगा है। टीम ने एक खुराक के बाद इम्यूनोजेनेसिटी डेटा को लेकर भी चर्चा की। बायोलॉजिकल-ई ने फेज 2 और 3 के क्लिनिकल ट्रायल को लेकर एप्लिकेशन दी थी। कंपनी से कहा गया है कि वह एडल्ट्स पर किए गए ट्रायल के सेफ्टी और इम्यूनोजेनेसिटी डेटा CDSCO को सौंपे।
जॉनसन एंड जॉनसन ने सिंगल डोज वैक्सीन का प्रपोजल वापस लिया
एक अन्य आधिकारिक सूत्र ने कहा कि अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (J&J) की सिंगल डोज वैक्सीन के फेस-3 क्लिनिकल ट्रायल को अनुमति देने पर भी चर्चा होनी थी, लेकिन फर्म ने अपना प्रपोजल वापस ले लिया। कंपनी ने तीसरे फेस में दो एज ग्रुप के 600 लोगों पर अपनी वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल को लेकर आवेदन किया था। इनमें 18 से 59 और 60 से ऊपर के लोग शामिल हैं।