कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने आम जनता के साथ-साथ डॉक्टरों को भी डरा दिया है। वैज्ञानिकों ने साफ किया है कि अब संक्रमण हवा में है, इसलिए इससे खुद को बचाना और भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में कोरोना को लेकर कई सवाल हैं जो लोग आए दिन अपने दोस्तों, परिवारवालों या फिर गूगल से पूछने की कोशिश करते रहते हैं। इसलिए आज हम ऐसे 12 सवालों और उनके जवाब को लेकर आए हैं, जो अभी आम लोगों के जेहन में उठ रहे हैं।
1. क्या कोरोना एक घातक और लाइलाज बीमारी है?
दरअसल कोरोना अपने आप में खतरनाक नहीं है, पर यह शरीर पर जो असर करता है वो जानलेवा है। यदि समय पर इलाज हो तो इसे हराया जा सकता है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारत में सर्वाइवल रेट 98.6 प्रतिशत है।
2. कोरोना से ज्यादा खतरा तो बुजुर्गों को है, क्या कम उम्र वाले लोगों के लिए कोरोना संक्रमण खतरनाक नहीं है?
उम्र से ज्यादा कोरोना में फिटनेस कारक होती है। यह किसी भी उम्र के इंसान को नुकसान पहुंचा सकता है अगर आप फिट नहीं हैं, या फिर समय पर इलाज नहीं लेते हैं। ऐसे रोगियों को इसका ज्यादा खतरा है जो मोटापे, मधुमेह, अस्थमा, कैंसर या अन्य किसी ऐसे रोग से पीड़ित हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम करता है।
3. मुझे एक महीने पहले ही कोविड हुआ था, मुझे दोबारा कोरोना कैसे हो सकता है? मेरे शरीर में तो अगले 3-4 महीने तक एंटीबॉडी होंगी?
बिलकुल हो सकता है। भारत के साथ-साथ और देशों में भी ऐसे मरीज मिले हैं जो एक महीने के भीतर फिर से संक्रमित हो गए, और उनके ब्लड टेस्ट में एंटीबॉडी नहीं मिली। इसलिए मास्क पहनें, हाथ धोएं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें।
4. एसपीओ2 यानी ऑक्सीजन लेवल कितना होना चाहिए, किस परिस्थिति में मरीज को अस्पताल ले जाना चाहिए?
एक नॉर्मल व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल 95 – 99 के बीच रहता है, यदि आपका Spo2 95 के नीचे जाता है तो सतर्क हो जाइए, घर पर इमरजेंसी ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं यदि Spo2 92 के नीचे जाता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सलाह लें, और भर्ती हो जाएं।
5. कोरोना मरीजों को रेमडेसिविर किन परिस्थितियों में दी जाती है?
हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक और राज्य सरकार के कोविड सलाहकार डॉक्टर लोकेंद्र दवे ने बताया कि रेमडेसिविर उन मरीजों को दी जाती है जिन्हें लंग इन्वॉल्वमेंट बढ़ रहा हो, या फिर बुखार ना उतर रहा हो। जरूरत न पड़ने पर इसे लेना हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसकी वजह से लंग और हार्ट में सूजन आ सकती है।
6. कौन सी दवा ज्यादा बेहतर है Hydroxychloroquine या Ivermectin?
हाइड्रोक्सीक्लोरीक्वीन या कोई भी दवा आपको कोविड संक्रमण होने से नहीं रोक सकती है। और तो और हाइड्रोक्सीक्लोरीक्वीन के दुरुपयोग के कई जानलेवा दुष्प्रभाव हैं। डॉक्टर दवे के अनुसार इन दोनों ही दवाओं को कोविड पेशेंट्स पर ज्यादा असरदार नहीं पाया गया, इसलिए WHO इन दोनों ही दवाइयों को इस्तेमाल न करने की सलाह देता है। ध्यान रखिए कोई भी दवा डॉक्टर के सुझाए बिना न लें। केवल आपके शरीर की क्षमता ही आपकी मदद कर सकती है।
7. शराब पीने से कोरोना खत्म हो जाता है?
नहीं। शराब पीने से कोविड 19 संक्रमण से आपकी सुरक्षा नहीं होती है, यह हानिकारक हो सकता है।
8. क्या मक्खियों और मच्छरों से COVID-19 फैलता है ?
आज तक इसका कोई सबूत या जानकारी नहीं है कि COVID-19 वायरस मक्खियों या मच्छरों से फैल सकता है। COVID-19 वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से, या आपके संक्रमित सतह को छूकर अपनी आंखें, नाक या मुंह को छूने से फैलता है।
9. तेज धूप में खड़े रहने और 25 डिग्री से अधिक तापमान में कोरोना नहीं हो सकता?
आपको COVID -19 हो सकता है, भूलिए मत भारत के दोनों पीक गर्मियों में ही आए हैं। इसके साथ गर्म देशों से भी COVID-19 के मामले सामने आए हैं। आपकी सुरक्षा मौसम नहीं मास्क करेगा।
10. अगर 10 सेकंड तक सांस रोक पा रहा हूं तो क्या मुझे कोविड नहीं है?
COVID-19 के सबसे आम लक्षण सूखी खांसी, थकान और बुखार हैं, और इसकी पुष्टि के लिए सबसे अच्छा तरीका है RT-PCR टेस्ट कराना…आप इसकी पुष्टि सांस रोककर बिलकुल नहीं कर सकते।
11. वैक्सीन लगने के बाद तो मैं बिलकुल सुरक्षित हूं? अब कोरोना हो भी गया तो मुझे नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
कोरोना एक बहुत नई और जटिल बीमारी है। डॉक्टर और वैज्ञानिक अपना बेस्ट देकर दवाएं और वैक्सीन बना रहे हैं। पर उतनी ही तेजी से यह वायरस भी अपने नए स्ट्रेन बनाता जा रहा है। वैक्सीन एक कोशिश है, पर इसके बावजूद यह समझना होगा कि यह वायरस अब भी दुनिया भर में लोगों की जान ले रहा है। इसलिए, हर हाल में आपका सुरक्षित रहना और अपनी सुरक्षा में अपना बेस्ट देना जरूरी है।
12. कोरोना से जुड़ा सबसे आम मिथक क्या है?
कोरोना से जुड़ा सबसे बड़ा मिथक है कि मुझे कोरोना नहीं हो सकता, लक्षण आने के बाद भी लोग सोच लेते हैं कि मौसमी वायरल बुखार है, या खांसी और सर्दी यूं ही हो गई है। यह देर से इलाज के लिए पहुंचने की सबसे बड़ी वजह बनती है। इसलिए जरूरी है कि यदि आपको एक भी लक्षण आए तो आप तुरंत टेस्ट कराएं।