नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक नई पहल में प्रथम श्रेणी के 75 से अधिक मैच खेलने वाले क्रिकेटरों के लिए दूसरे स्तर के दो फास्ट ट्रैक कोचिंग पाठ्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें एल बालाजी, रॉबिन उथप्पा और वर्तमान चयनकर्ता देबाशीष मोहंती जैसे मौजूदा और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भी शामिल हुए।
इस पाठ्यक्रम के पहले चरण को कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित किया गया था, जबकि दूसरे चरण का आयोजन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में 16 से 19 मार्च तक किया गया। इसमें भारत के पूर्व खिलाड़ी ऋषिकेश कानितकर, अभिनव मुकुंद, रमेश पोवार, पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह, वसीम जाफर और विनय कुमार भी शामिल हुए।इस पाठ्यक्रम में कौशल सुधारने, तेज गेंदबाजी के तकनीकी पहलू, स्पिन गेंदबाजी, बल्लेबाजी, विकेटकीपिंग के साथ-साथ सामाजिक एवं व्यक्तिगत क्षमता का निर्माण और वीडियो विश्लेषण शामिल था।
बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, ‘प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट के अनुभव के साथ हमारे खेल की तकनीकी और रणनीतिक पेचीदगियों की समझ एक कोच के लिए जरूरी है। मेरा मानना है कि हमारे पास दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ कोचिंग प्रतिभाएं हैं और एनसीए द्वारा संचालित इन पाठ्यक्रमों से न केवल उन लोगों को बहुत फायदा होगा, जिन्होंने इसमें भाग लिया है, बल्कि इन कोचों द्वारा प्रशिक्षित होने वाले अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों को भी फायदा होगा।’
बीसीसीआइ सचिव जय शाह ने कहा, ‘बीसीसीआइ ने हमेशा अपने कोचों के विकास का समर्थन किया है और यह पाठ्यक्रम उसी का उदाहरण है। पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों को खुद को कोच के रूप में आगे बढ़ाने के लिए इस अवसर का लाभ उठाते हुए देखना खुशी की बात है।