लखनऊ। खुद को पुलिसकर्मी बताकर महिलाओं को लूट का डर दिखाकर जेवर छीन लेने वाला गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह ने सात दिन में ही एक और वारदात लालकुआं में की। इन बदमाशों ने नाइट ड्यूटी कर शनिवार सुबह घर लौट रही महिला से खुद को पुलिसकर्मी बताकर बात शुरू की। फिर उन्हें नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश किया और उनके जेवर लेकर फरार हो गये।
इसी तरह जानकीपुरम में एक शिक्षिका को बातों में उलझा कर उनके जेवर लेकर फरार हो गये। शिक्षिका को भी बदमाशों ने अपना परिचय पुलिस के रूप में दिया था। इन दोनों मामलों में पुलिस की कार्रवाई रिपोर्ट लिखने तक ही सीमित रही।
महिला को बेहोश कर जेवर लेकर भागे
कैसरबाग के मकबरा निवासी सुषमा मिश्रा (50) पैराडाइज प्रिंटिग प्रेस में ग्रॉफिक डिजाइनर हैं। सुषमा के मुताबिक नाइट डयूटी कर वह सुबह घर लौट रहीं थी। वह लालकुआं पहुंची ही थी, तभी बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें रोका। खुद को पुलिसकर्मी बताते हुये कहा कि इस समय लूट बहुत हो रही है।
तेज आवाज में कहा कि जेवर उतार कर बैग में रखिये। चेन और अंगूठी उतारते ही बदमाशों ने उन्हें नशीला पदार्थ सुंघा कर बेसुध कर दिया। फिर उनके जेवर लेकर भाग निकले। सुषमा को कुछ देर बाद होश आया तो जेवर गायब मिले। इंस्पेक्टर कैसरबाग अजय नारायण सिंह के मुताबिक तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जानकीपुरम में शिक्षिका के जेवर ले भागे
जानकीपुरम विस्तार निवासी शिक्षिका रेखा श्रीवास्तव (53) दिन में इंजीनियरिंग कॉलेज की ओर जाने के लिए अटल चौक पर खड़ी थी। इसी बीच दो युवक बाइक से आए और लूटपाट होने का डर दिखाकर जेवर उतारकर बैग में रखने के लिए कहने लगे। बातों में आकर उन्होंने जेवर उतार दिए। जेवर बैग में रखने जा रहीं थी। इस पर उन्होंने जेवर लेकर पुड़िया में लपेटने लगे। इस बीच बातों में उलझा कर उनकी पुड़िया बदल दी और जेवर की जगह पत्थर रखकर भाग निकले।