गाजियाबाद। पीएचडी छात्र अंकित खोखर की हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा है। पूछताछ में बताया कि हत्या करने से पहले उन्होंने यूट्यूब पर शव को चीरफाड़ करने का तरीका सीखा था। इसके साथ ही हत्या करने से पहले दो बार दृश्यम मूवी देखी थी। ताकि शव को ठिकाने लगाने का तरीका पता कर सकें।
मोदीनगर थाना क्षेत्र में 60 लाख रुपए का कर्ज उतारने के लिए आरोपियों ने छात्र की हत्या कर दी। पुलिस ने मुख्य आरोपी उमेश शर्मा सहित दो को गिरफ्तार किया है। अदालत में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने एटीएम से निकाली गई 1 लाख 9 हजार रुपए की नकदी, हत्या में इस्तेमाल की गई आरी, 3 मोबाइल, क्रेडिट व एटीएम कार्ड बरामद किया है।
एसीपी सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि छात्र अंकित की हत्या के मामले में गुरुवार को मुख्य आरोपी उमेश शर्मा, निवासी देवेंद्रपुरी व प्रवेश शर्मा निवासी चिपियाना गांव, थाना बिसरख, गौतबुद्वनगर को गिरफ्तार किया है। बताया कि पूछताछ में आरोपी उमेश ने बताया कि दो महीने पहले ही हत्या करने की योजना तैयार कर ली थी। बस उसके लखनऊ से वापस आने का इंतजार कर रहा था।
बताया कि हत्या करने से एक सप्ताह पहले मैंने दो बार दृश्यम मूवी देखी। मूवी से सीखा कि हत्या करने के बाद शव को कैसे ठिकाने लगाया जाता है। इसके अलावा उसने यूट्यूब पर शव को चीरफाड़ करने का तरीका सीखा। उसने बताया कि एक महीने के अंदर 15 से अधिक बार यूट्यूब पर यह तरीके देखे थे। बताया कि शव को चीरफाड़ कर उसे ठिकाने लगाने के बारे में सीखने के बाद हत्या की।
5 महीने के अंदर 60 लाख रुपए लिए उधार
छात्र अंकित, आरोपी उमेश की पत्नी ममता शर्मा के गांव मुकंदपुर का रहने वाला है। अंकित का उमेश के पास काफी समय से आना जाना था। अंकित अपनी हर बात उमेश व ममता को बताता था। उमेश को पता था कि अंकित के खाते में एक करोड़ रुपए से अधिक जमा है। उमेश ने अप्रैल से लेकर सितंबर तक अंकित से 60 लाख रुपए उधार ले लिए थे। जल्द ही पैसे वापस देने की बात कही गई थी। पैसे वापस न करने पड़े इसके लिए हत्या कर दी।