लखनऊ। सेवानिवृत्त फौजी सहित पांच लोगों से साठ लाख रुपयों की ठगी करने वाले दारोगा समेत पांच लोगों के खिलाफ गुडम्बा थाने में सोमवार को एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है। यह वही थाना है,जिसे इस साल की शुरूआत में बेहतर कार्य के लिए देश भर में हजारों थानों में तीसरा स्थान मिला था। केन्द्रीय मंत्री गृहराज्य मंत्री ने स्वयं यहां के तत्कालीन थाना प्रभारी रामसूरत सोनकर को सम्मानित भी किया था।
जानकीपुरम के तिवारीपुर निवासी अभिनेष कुमार सिह एयरफोर्स से सेवानिवृत्त है। वहीं इस मामले में केशव नगर निवासी कुसुम सिह, सन्ध्या सिह, शारदा देवी और तिवारीपुर के इम्तियाज अली ने भी मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। अभिनेष ने अपनी शिकायत में कहा कि वर्तमान में गुडम्बा थाने में तैनात दारोगा विजय प्रताप और पूर्व एसडीएम बीकेटी समेत बीकेटी के बरगदी मगठ निवासी रतनलाल व उनका लड़का संतोष तथा मडिय़ांव गांव निवासी साबिर अली ने उन लोगों को वर्ष 2011 और वर्ष 2012 में किसान खुशीराम निवासी धतिगरा से तिवारीपुर में अलग-अलग करीब 10 हजार वर्गफुट जमीन का बैनामा करवा दिया। जमीन के एवज में आरोपितों ने करीब 60 लाख रुपये ऐंठ लिए। इतना ही नहीं सभी को जमीन पर कब्जा भी दिलवा कर सभी प्लॉटों की बाउंड्रीवॉल करवा दी गई।
पीडि़त अभिनेष ने बताया कि जब वह दिसंबर 2017 में जमीन पर भवन का निर्माण करवाने लगे इस पर लेखपाल ने यह कह कर काम रुकवा दिया कि यह ग्राम समाज की बंजर जमीन है, जब पीडि़तों को ठगी का एहसास हुआ तो इसकी शिकायत पर एसडीएम बीकेटी सूर्यकांत त्रिपाठी ने जांच करवाई। जिस पर सामने आया कि आरोपितों ने जालसाजी कर कई बीघे सरकारी जमीन बेच दी है। लिहाजा एसडीएम ने 25 जुलाई को सभी आरोपितों के विरुद्ध एंटी-भूमाफिया के तहत कार्रवाई करने के लिए इंस्पेक्टर जानकीपुरम को निर्देश दिया था। इस संबंध में एसडीएम बीकेटी सूर्यकांत त्रिपाठी ने कहा कि जांच में सरकारी जमीन बेचने की पुष्टि हुई है। सभी दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
सीओ अलीगंज दीपक कुमार सिह ने बताया कि जांच में पता चला कि दारोगा ने चार लाख रुपये लिए थे, जिसे दारोगा ने पीडि़त के अकाउंट पर ट्रांसफर कर दिया है। इसके अलावा आगे की कार्रवाई के लिए एसडीएम बीकेटी को पत्र लिख कर साक्ष्य मांगे गए थे। साक्ष्य मिलने पर जानकीपुरम थाना प्रभारी को केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए। थाना प्रभारी जानकीपुरम उमाकांत दीपक ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद दारोगा सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।