गोरखपुर। सोमवार को कोरोना के सामने आए पांच नए मामलों के साथ ही जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 170 हो गई थी। अब तक संक्रमित नर्सों और चिकित्सकों का आंकड़ा नौ पहुंचने से यहां का माहौल भयग्रस्त हो गया है। हालांकि मेडिकल कालेज प्रशासन इनके दिमाग से कोरोना वायरस का भय निकालने की पूरी कोशिश कर रहा है और इसमें उसे सफलता भी मिल रही है।
बावजूद इसके कुछ कर्मचारी खुद की जांच कराने की मांग कर रहे हैं। इधर, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ गणेश का कहना है कि कर्मचारियों की इस मांग के अनुरूप ही कार्य हो रहा है और एक नियत संख्या में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों की कोरोना जांच कराने का कार्य शुरू है। नर्सें, चिकित्सक की सहयोगी हैं और उनकी सेहत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। फिलहाल ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों और नर्सों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
बता दें कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज की 44 वर्षीय स्टॉफ नर्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है। 28 वर्ष का एक युवक दिल्ली में कोरोना संक्रमित पाया गया था। चोरी-छिपे मोटरसाइकिल से भागकर गोरखपुर आ गया और बीते शनिवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचा। वहां अपनी रिपोर्ट दिखाकर भर्ती हो गया है। यहां भी उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युवक सिकरीगंज के ढेबरा बाजार का रहने वाला है।
दिल्ली से लौटी 38 वर्षीय महिला में भी संक्रमण मिला है। वह अपने रिश्तेदार के यहां ग्रीन सिटी फेज-टू में नौ जून को आई थीं। 10 को तबीयत खराब हुई तो मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खा लीं। आराम नहीं मिलने पर उन्हें शनिवार को बीआरडी में भर्ती कराया गया था।
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