गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में एक परचून के कारोबारी के 14 साल के बेटे का अपहरण कर लिया गया। किडनैपर्स ने एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी है। रविवार दोपहर के बाद पुलिस, क्राइम ब्रांच के अलावा एसटीएफ टीम की अलर्ट मोड पर आईं। पुलिस ने जंगल धूसड़ से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाला दुकानदार और एक प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा लड़के के दोस्तों से भी जानकारी ली जा रही है।
12 बजे खेलने के लिए बाहर निकला था बलराम
यहां जंगल छत्रधारी गांव में मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्त घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं। साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम रविवार दोपहर करीब 12 बजे खाना खाने के बाद दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा। करीब तीन घंटे के बाद तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर एक फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने बताया कि बलराम का अपहरण का लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपए का इंतजाम कर लो। अगला फोन रकम कब और कहां पहुंचानी है, इस बारे में बताया जाएगा।
महाजन ने उस नंबर पर दोबारा फोन किया तो वह स्विच ऑफ मिला। महाजन को अपने बेटे के अपहरण की बात पर भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने बेटे की गांव में तलाश की। लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद शाम पांच बजे पुलिस को सूचना दी गई। गुलरिहा, पिपराइच, सीओ चौरी चौरा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम ने गांव पहुंचकर लोगों से जानकारी ली।
एसएसपी बोले- जल्द घटना का पर्दाफाश होगा
एसएसपी डॉ. सुनील गुप्त ने बताया कि बच्चा गायब है। फिरौती के लिए उसके पिता के पास फोन आया था। बच्चे का पता लगाने के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच के साथ पुलिस की कई टीमें लगी हैं। जल्द घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
गोंडा में भी बच्चे का अपहरण हुआ था, कानपुर कांड में पुलिस की किरकिरी
यूपी में लगातार अपहरण की घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में शुक्रवार को गोंडा जिले के करनैलगंज कस्बे से गुटखा कारोबारी के छह साल के बेटे का अपहरण कर लिया गया था। परिजन से 4 करोड़ फिरौती मांगी गई थी। हालांकि, पुलिस ने घटना के 17 घंटे बाद ही किडनैपर्स से बच्चे काे छुड़ा लिया था। 6 आरोपी भी गिरफ्तार किए गए थे। कानपुर में भी किडनैपिंग के बाद मर्डर का मामला सामने आया था।
एक महीने पहले लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण दोस्तों ने ही किया था। इसके बाद हत्या करके उसकी लाश पांडू नदी में फेंक दी थी। इस मामले में शुक्रवार को एक आईपीएस समेत 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। गुरुवार को इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए। संजीत के परिवार ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस की जानकारी में अपहरणकर्ताओं को 30 लाख की फिरौती दी, फिर भी बेटा नहीं बचा।