बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गुरुवार को पुलिस उत्पीड़न के विरोध में लोगों ने चक्का जाम किया। पुलिस समझाने पहुंची तो झड़प हुई। तभी ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव से एएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में एसपी ने आरोपी दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। घटना को लेकर आसपास तनाव है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए पीएसी लगाई गई है।
पुलिस की पिटाई से युवक बेहोश
यह मामला रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के धोबई गांव निवासी पन्ना राजभर (35) पारिवारिक विवाद के बाद दक्षिणी पुलिस चौकी गया था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह और सिपाही राजबली यादव ने उसे लाठी-डंडों से जमकर पीटा। पिटाई से पन्ना बेहोश हो गया। इस पर पुलिसकर्मी उसे रसड़ा पीएसची ले गए। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यह बात जब परिवार को लगी तो वे ग्रामीणों के साथ आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कोटवारी मोड़ पर धरने पर बैठ गए। यहां पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चक्का जाम कर दिया।
सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, इस दौरान ग्रामीणों के साथ उनकी झड़प हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। इस दौरान एएसपी संजय सिंह समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिसकर्मियों को मौके से भागना पड़ा। कुछ देर बाद थाने से और फोर्स पहुंची। पीएसी को भी बुलाया गया। पीएसपी व पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया है। इस दौरान ग्रामीणों ने तोड़फोड़ भी की है।
एसपी बोले- कानूनी कार्रवाई हो रही
एसपी देवेंद्र नाथ ने बताया कि रसड़ा के धोबई मोहल्ला के रामदुलारी ने भतीजे के खिलाफ शिकायत की थी। आरोपित कहना है कि पुलिस ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया है। मामला संज्ञान में लेकर चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह और सिपाही राजबली यादव को निलंबित कर दिया गया है। अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।