चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना चिकित्सीय परामर्श पर क्वारंटीन, शासकीय कार्यों का कर रहे हैं संचालन

लखनऊ। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि वे चिकित्सीय परामर्श पर अपने सरकारी आवास पर स्वयं को क्वारेंटीन करते हुए घर से ही शासकीय कार्यों का संचालन कर रहे हैं। उन्हें कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं है फिर भी चिकित्सीय परामर्श पर राजकीय मेडिकल कॉलेज मेरठ के निरीक्षण के पांचवें दिन अपनी कोविड-19 की जांच कराएंगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि 1 जून 2020 को राजकीय मेडिकल कॉलेज मेरठ के निरीक्षण के दौरान मास्क पहनकर मरीजों से पर्याप्त दूरी बनाए रखते हुए उनको दी जा रही चिकित्सा सेवाओं की जानकारी प्राप्त की। मरीजों ने प्राप्त हो रही चिकित्सा सेवाओं के बारे में संतुष्टि व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि बाद में दूसरे दिन सुंदर नाम के आर्थोपेडिक मरीज की कोविड 19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा कोविड -19 के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी समस्त प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया गया। मेरा फर्ज है कि कोरोना के अतिरिक्त अन्य मरीजों को भी सरकारी स्तर पर आकस्मिक सेवाओं को भी उपलब्ध कराया जाए जो मरीजों तक पहुंचे।
सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री होने के नाते वे कोरोना के खिलाफ जंग में संघर्षरत हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग एक तरफ कोरोना से लोगों को बचा रहा है वही मेडिकल कॉलेजों एवं संस्थानों में आकस्मिक सेवाओं की पर्याप्त सुविधा लोगों को दी जा रही है। इसी उद्देश्य से उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की प्रेरणा से लखनऊ के केजीएमयू, एसजीपीजीआई तथा राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज का दौरा किया।
बाद में कानपुर मेडिकल कॉलेज, झांसी मेडिकल कॉलेज, सहारनपुर मेडिकल कॉलेज, मेरठ मेडिकल कॉलेज, गाजियाबाद मेडिकल कॉलेज तथा मुरादाबाद मेडिकल कॉलेज में मरीजों को दी जा रही आकस्मिक सेवाओं को प्रत्यक्ष रूप से देखने तथा उसे और गति प्रदान करने के उद्देश्य से निरीक्षण पर गए।

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