लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आगरा में दबंगों द्वारा दलित महिला के शव को चिता से उठवाने के प्रकरण में बसपा प्रमुख मायावती ने प्रदेश सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि प्रदेश ऐसी घटना दोबारा न हो।
कहा कि, दलित महिला का शव वहां जातिवादी मानसिकता रखने वाले उच्च वर्गों के लोगों ने इसलिए चिता से हटा दिया, क्योंकि वह श्मशान घाट उच्च वर्गों का था, यह शर्मनाक व निन्दनीय भी है। इस जातिवादी घृणित मामले की यूपी सरकार द्वारा उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि प्रदेश में ऐसी घटना की फिर से पुनरावृति ना हो सके।
यह था मामला
अछनेरा तहसील के रायभा गांव की है। यहां नट जाति के लोग रहते हैं। काफी समय से श्मशान की जमीन को लेकर गांव के कुछ लोगों से उनका विवाद है। जब भी नट समाज में किसी की मौत होती है तो अंतिम संस्कार पर विवाद होता है। 20 जुलाई को एक महिला की बीमारी से मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार से पहले गांव के कुछ दबंगों ने आकर मृतक के परिवार वालों को रोक दिया। मृतका का बेटा अपने दादा की मदद से मां की चिता के चक्कर लगा रहा था और मुखाग्नि देने की कोशिश कर रहा था, लेकिन दबंगों ने उसे रोक दिया। गांव में 11 श्मशान घाट हैं जो अलग अलग जाति के लोग इस्तेमाल करते हैं। इतने श्मशान घाट होने के बावजूद महिला का अलग जमीन पर परिवार वालों को अंतिम संस्कार करना पड़ा।
सीओ अछनेरा को सौंपी गई है जांच
इस प्रकरण में सोमवार को एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सीओ अछनेरा को इस मामले की जांच सौंपी गई है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गांव में करीब 11 श्मशान हैं। जिन्हें अलग-अलग जाति के लोग इस्तेमाल करते हैं।