स्पेशल डेस्क
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। इसकी तैयारी में तेजस्वी यादव जुट गए है और बिहार का दौरा कर जनता का समर्थन हासिल करने में जुट गए है।
तेजस्वी यादव को भरोसा इस बार जनता पहले के मुकाबले ज्यादा समर्थन देगी और अकेले वो सरकार बनाने में कामयाब हो गए जबकि दूसरी तरफ नीतीश कुमार एक बार फिर सीएम बनने का सपना देख रहे हैं।
हालांकि वो बीच-बीच में जरूर कहते हैं कि ये उनका आखिरी चुनाव है और अब युवाओं का मौका देंगे लेकिन अभी तक सीएम बने हुए है और तेजस्वी यादव के साथ रिश्ता खत्म कर बीजेपी के साथ चले गए और उनकी मदद से फिर से सरकार बना ली और सीएम भी बन गए लेकिन इस बार स्थिति दूसरी लग रही है क्योंकि बीजेपी भी अपना सीएम चाहती है।
इस वजह से अभी इस मामले पर खुलकर कुछ भी बोलने से बच रही है जबकि वही चिराग पासवन भी अब नीतीश कुमार को लेकर ज्यादा बयानबाजी करने से बच रहे हैं। इतना ही नहीं पिछले चुनाव में नीतीश कुमार के लिए मुश्किले खड़ी करने वाले चिराग पासवन अब उनको अपना नेता मानने को भी तैयार हो गए है और विधान सभा चुनाव उनके नेतृत्व में लडऩे की बात कह रहे हैं।
अब सवाल है कि आखिर उन्होंने ये फैसला क्यों लिया है… क्या इसके पीछे कोई मजबूरी है या फिर सही समय का इंतेजार कर रहे है…ये सब कुछ सवाल है जिसका जवाब आने वाले वक्त में मिलेगा लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने कहा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) बिहार के 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव एनडीए के बैनर तले और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगी।
पार्टी ने इस संबंध में राज्य की संसदीय बोर्ड की मीटिंग में एक प्रस्ताव पारित किया. साथ ही पार्टी ने इस बात पर भी प्रस्ताव पारित किया कि अगले चुनाव के दौरान उम्मीदवार तय करते समय उन कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी जो पार्टी के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं और काम में जुटे रहते हैं।