नई दिल्ली। भारत में 59 चीनी ऐप्स के बैन होने के बाद इन ऐप्स कंपनियों में काम करने वाले करीब 3500 कर्मचारियों की नौकरी असुरक्षित है। ये कर्मचारी चाइनीज ऐप्स कंपनी में काम करते हैं। हालांकि, तुरंत छंटनी नहीं होगी लेकिन लंबे समय तक अगर बैन चलता है तो नौकरी जाने का खतरा हो सकता है।
बैन के बाद से नई नौकरी की तलाश में जुटे कर्मचारी
एक हायरिंग फर्म्स के मुताबिक, कई चीनी ऐप कंपनियों के कर्मचारियों के रिज्यूमे आने शुरू हो गए हैं। बैन की खबर के बाद से ही लगातार चीनी ऐप कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों की रिज्यूमे मिल रही हैं। हायरिंग फर्म की माने तो इन कर्मचारियों में नौकरी जाने का भय स्वाभाविक है। ऐसे में वे नई नौकरी की तलाश में जुट गए हैं।
कंपनियां अगली तिमाही के बाद ही हायरिंग पर सोचेंगी
हायरिंग फर्म के मुताबिक, इस समय डिजिटल प्रोफाइल की डिमांड है। ऐसे में हर किसी के लिए इस समय स्विच्ड करना मुश्किल भी है। इस समय मार्केट काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है। भारी संख्या में लोग नौकरी की तलाश में हैं। ऐसे में इनके लिए समस्या पैदा हो सकती है। मौजूदा संकट के चलते ज्यादातर कंपनियां अगली तिमाही के बाद ही कर्मचारियों की हायरिंग को लेकर सोच सकती हैं।
बाइटडांस अपने कर्मचारियों की संख्या 3000 करने वाली थी
टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस में 2000 भारतीय कर्मचारी हैं। ज्यादातर हेलो, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज, शेयरइट, क्लब फैक्टरी, शीन और लाइकी जैसे एप्स कंपनी में कर्मचारी हैं। इनमें फंक्शन, मार्केटिंग, सेल्स, कंटेंट मैनेज, डेटा एनालिसिस, एचआर, टैलेंट एक्विजिशन, स्ट्रेटेजी और ग्रोथ तथा प्रोडक्ट डेवलपमेंट से संबंधित कर्मचारी हैं।
बाइटडांस के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, कंपनी में कुल 2000 कर्मचारी कार्यरत हैं। इस साल तक कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या 3000 करने वाली थी। हालांकि, इन दो दिनों में हमने उस प्लान को स्लो रखने का फैसला किया है। कर्मचारियों को नौकरी नहीं छोड़ने कि सलाह दी गई है। उनसे कहा गया है कि नौकरी को खतरा नहीं है। न किसी की नौकरी जाएगी, न ही छंटनी होगी।