नई दिल्ली। लाल किले की प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के आगे 5 प्रण रखे तो स्वदेशी का मंत्र भी दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना होगा और इसके लिए स्वदेशी का मंत्र जरूरी है। उन्होंने महर्षि अरविंद को याद करते हुए कहा कि आज उनकी जयंती है और उन्होंने स्वदेशी से स्वराज का नारा दिया था।
उन्होंने कहा कि बीते 75 सालों से हमारे कान जिस आवाज के लिए तरस रहे थे, आज वह पूरा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज लाल किले पर भारत में बनी तोप से ही सलामी दी गई है। बीते 75 सालों से इस एक आवाज के लिए हमारे कान तरस रहे थे।
सोमवार को पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, यह हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर इकाई का दायित्व बन जाता है। यह सरकारी एजेंडा नहीं है। यह समाज का जन आंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि आज जब यह आवाज हमने सुनी, जिसकी लिए कान तरस गए। उन्होंने कहा कि 75 साल के बाद लाल किले से ध्वज को सलामी देने का काम मेड इन इंडिया तोप ने किया है।
यही नहीं चीन से बड़े पैमाने पर आयात की ओर से इशारा करते हुए उन्होंने ड्रैगन पर चोट की भी बात कही।उन्होंने कहा कि आज हमारे 5-5 साल के बच्चे भी यह संकल्प ले रहे हैं कि विदेशी खिलौनों से नहीं खेलना है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत में बनी तोप के लिए सेना के अफसरों को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि आज हम आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिनटेक सेक्टर में हमने क्रांति की है। आने वाले समय में कृषि से लेकर शिक्षा तक डिजिटल माध्यम का महत्व बढ़ने वाला है। पीएम मोदी ने कहा कि हम जल्दी ही कनेक्टिविटी के मामले में एक कदम और आगे बढ़ने वाले हैं और जल्दी ही 5जी सर्विस की शुरुआत हो जाएगी।
बोले्- नारी शक्ति देगी साथ तो कम समय में पूरे हो जाएंगे लक्ष्य
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 सालों में मैं अपनी माताओं-बहनों और नारी शक्ति के योगदान को अहम मानता हूं। हम जितने अवसर और सुविधाएं बेटियों को देंगे, वे हमें बहुत कुछ लौटा कर देंगी। वे देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। यदि हमारी नारी शक्ति संकल्पों से जुड़ेंगी तो हमारी मेहनत कम होगी और समय भी कम लगेगा। प्रधानमंंत्री ने कहा कि अब यह वक्त है, जब हमें तकनीक के मामले में भी दुनिया को दिशा देनी होगी।
लाल बहादुर शास्त्री को नारे को बढ़ाया, जोड़ा ‘जय अनुसंधान’
यही नहीं लाल बहादुर शास्त्री के नारे को भी याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने् जय जवान और जय किसान का नारा दिया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा था। अब हमें इससे भी आगे बढ़ते हुए जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान की ओर बढ़ना होगा।