आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व CM अखिलेश यादव सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में थे। यहां उन्होंने भाजपा की केंद्र व UP सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। भीड़ से घिरे अखिलेश ने चुटकी लेते हुए पूछा कि BJP सरकार के किसान कौन हैं? तो फौरन भीड़ से आवाज आई अडानी और अंबानी। जिस पर अखिलेश ने कहा- मैं अपने मुंह से नहीं बोलना चाहता था, लेकिन लोगों ने बोल दिया।”
सपा हमेशा किसानों की पार्टी रही है। इसलिए किसानों के आंदोलन में उनके साथ खड़ी है और आगे भी खड़ी रहेगी। अखिलेश ने आजमगढ़ का नाम बदलने पर चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि नाम बदलने वालों का नाम बदल देंगे।
तमाम देशों में वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां पूरी
वहीं कोविड-19 की रोकथाम को लेकर वैक्सीन के मैनेजमेंट पर भी अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। कहा कि तमाम देशों में पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। लेकिन यहां पर अभी कुछ नहीं तैयारी की गई है। केवल हवा हवाई बातें बनाई जा रही हैं। वैक्सीन को लेकर भ्रम की स्थिति है। भाजपा खुद गाइडलाइन का पालन नहीं कर रही है। हैदराबाद का चुनाव हो या बिहार के चुनाव सरकार भीड़ इकट्ठा करने में लगी रही।
लॉकडाउन में यहां आता तो सवाल उठ जाता
बहुत दिनों से अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ न आने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि लॉकडाउन में अगर वह यहां आते तो उन पर सवाल खड़े किए जाते। वह खुद मास्क लगाते हैं, लोगों से मास्क लगाने की अपील भी करते हैं। लेकिन यहां भीड़ में जोश के चलते लोग इसका पालन नहीं कर पाते हैं। इसलिए वह लगातार समर्थकों से भी अपील करते रहते हैं।
मेरा संसदीय क्षेत्र, इसलिए भाजपा ने विकास से अछूत किया
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर आजमगढ़ का विकास से अछूता रखने का आरोप लगाया। कहा कि भाजपा वाले जानते हैं कि यहां का विकास होगा तो सपाई ही यहां हवाई पट्टी पर उतरेंगे। वहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर उन्होंने कहा कि इसका शिलान्यास उन्होंने किया था, लेकिन इसके बाद भी झूठ बता कर प्रधानमंत्री से शिलान्यास कराया गया। एक नामी कंपनी को ठेका दिया गया था।
जिसने भाजपा के ही सरकार की पहल पर स्टैचू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया। लेकिन उसको हटा दिया गया और सपा पर तमाम आरोप लगाए गए। आज की स्थिति है भी सड़क नहीं बन पाई है। भाजपा केवल झूठ बोलने की मशीन बन गई है।