सीतापुर। निकाय चुनाव की तारीख भले ही घोषित न हुई हो लेकिन आरक्षण जारी हो जाने के बाद तमाम दावेदार मैदान में आ गए हैं। खास बात यह है कि आरक्षण की बदली हुई परिस्थितियों में अब नेता समाजसेवी लिखने का ढोंग करने लगे हैं और वे समाजसेवी होकर टिकट के लिए दावा कर रहे है।
अभी जब तक आरक्षण की घोषणा नहीं हुई थी तो ज्यादातर नेता घर में कैद थे दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे थे और आरक्षण की घोषणा होते ही नेता जी घर मे कम सड़कों पर चरण वंदना करते हुए ज्यादा नजर आ रहे हैं। राजनीतिक दलों से अलग-अलग नेता निकाय चुनाव में चेयरमैन पद के टिकट के दावेदारी कर रहे है।
सबसे ज्यादा दावेदार भारतीय जनता पार्टी में नजर आ रहे हैं, वहीं समाजवादी पार्टी से अभी कोई दावेदार निकलकर नहीं आया है भाजपा नेताओं की शहर में सबसे ज्यादा होर्डिंग भी लगी हुई है। जैसे ही आरक्षण की घोषणा हुई तो नगर पालिका अध्यक्ष का पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित घोषित हुआ। और रातों रात होर्डिंग मुख्य जगहों व चौराहों और गलियों में लगा दिए गए।
नगरपालिका के दावेदारो ने समाजसेवी बनकर नगरीय निकाय चुनाव टिकट मांगने की शुरुआत कर दी। शहर में प्रमुख चौराहे और सड़कें होर्डिंग से पटी पड़ी हैं, जिसमें नेता समाजसेवी लिखने से भी नहीं हिचक रहे है। सबसे ज्यादा लंबी लाइन सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में है