नई दिल्ली। नये साल पर दहशतगर्दों ने कश्मीर घाटी पर आतंकी हमले से हिन्दुओं में फिर खौफ पैदा करने की कोशिश की है। कल राजौरी में कुछ घरों को निशाना बनाते हुए आतंकियों ने 4 हिन्दुओं का कत्ल कर दिया। सूत्रों के अनुसार, आईडी कार्ड देखकर आतंकियों ने हिन्दुओं को चुन-चुनकर मारा। आज इस प्रकरण पर विरोध प्रदर्शन के ठीक बाद आतंकियों ने फिर आईईडी ब्लास्ट किया है।
इस पूरे प्रकरण पर देशभर में उबाल है। एनआईए की टीम जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के ऊपरी डांगरी गांव का दौरा कर सकती है। इस मामले में रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने कहा है कि सेना की ओर से जवाब देना जरूरी है। अगले तीन से चार दिन में राजौरी का बदला लेना होगा।
जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों ने टारगेट किलिंग से एक बार फिर हिन्दुओं के दिलों में खौफ पैदा करने की कोशिश की है। जानकारी के अनुसार, कल राजौरी में हिन्दुओं के घरों को निशाना बनाते हुए आतंकियों ने 4 हिन्दुओं की गोली मारकर हत्या कर दी। आज निशाना बनाए गए घरों के पास आईईडी ब्लास्ट किया, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए विशेष अभियान शुरू कर दिया है।
नये साल पर राजौरी में हुई इस वारदात को लेकर देशभर में उबाल है। एनआईए ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के ऊपरी डांगरी गांव का दौरा करेगी। इस पूरे प्रकरण पर रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने बड़ा बयान दिया।
ANI से बातचीत में उन्होंने कहा, “कल राजौरी के मुस्लिम बहुसंख्यक इलाके में 3 हिंदुओं के घरों पर हमला किया गया। इनका मकसद उस इलाके में हिंदुओं में खौफ पैदा करना था। भारत सरकार को अल्पसंख्यकों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के इरादे सफल न हों।”