रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 18 सीटों पर पहले चरण का मतदान सोमवार को संपन्न हो गया। ये सीटें नक्सल प्रभावित आठ जिलों में हैं। मतदान 10 विधानसभा क्षेत्रों- नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेड़, केशकाल एवं कोंडागांव में सुबह सात बजे शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे समाप्त हुआ। खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनंदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर एवं चित्रकोट में मतदान शाम पांच बजे समाप्त हुआ।
उपचुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने बताया कि मतदान प्रकिया समाप्त हो गई है और सत्तर प्रतिशत मतदान हुआ है। जनता ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फैरते हुए मतदान प्रक्रिया में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है। आठ जिलों की 18 सीटों के लिए 70.08 प्रतिशत मतदान हुआ। माओवादियों के गढ़ में बड़ी संख्या में हुई वोटिंग से जनता ने यह साबित कर दिखाया कि बंदूकों के डर पर लोकतंत्र की ताकत भारी है।
दंतेवाड़ा जिले के केतकल्याण ब्लॉक में तुमाकपाल कैंप के पास नक्सलियों ने 1-2 किलोग्राम इम्प्रोविज्ड एक्सप्लोजिव डिवाइस (आईईडी) से विस्फोट किया। एआईडी (ऐंटी नक्सल ऑपरेशंस) देवनाथ ने बताया, ‘सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगभग 5:30 बजे तुमाकपाल-नयनार रोड पर नक्सलियों ने आईईडी को ट्रिगर किया था। सुरक्षा बलों और चुनावकर्मी दल को कोई नुकसान नहीं हुआ है और पार्टी सुरक्षित रूप से नयनार मतदान बूथ संख्या 183 तक पहुंच गई।’
सुकमा जिले के कोंटा स्थित बांदा में एक मतदान केंद्र के पास आईईडी विस्फोटक का पता चला। इसके बाद वास्तविक मतदान केंद्र से दूर एक पेड़ के नीचे बनाए गए अस्थायी मतदान बूथ के बाहर मतदाताओं ने कतार लगा ली। मतदान केंद्र के पास तीन आईईडी का पता चला और सीआरपीएफ बम निरोधक दल ने उन्हें डिफ्यूज करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया। तब तक पेड़ के नीचे मतदान जारी रहा।