नई दिल्ली। । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पॉडकास्ट में डेब्यू कर लिया है। उन्होंने जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ पॉडकास्ट पर अपनी जीवन से जुड़ी कई बातों पर चर्चा की। इसी दौरान उन्होंने अमेरिका का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि अमेरिका साल 2005 में जब उनका वीजा रद कर दिया था तो उस दौरान वो क्या सोच रहे थे।
उन्होंने निखिल कामत को कहा आपने पूछा कि मेरे लिए सबसे ज्यादा कष्ट वाला पल क्या था तो वह यही था, जब अमेरिका ने मेरा वीजा ही कैंसिल कर दिया। उस समय मैंने कहा था कि एक चुनी हुई सरकार के मुखिया के साथ ऐसा करना गलत और अलोकतांत्रिक है।
पीएम मोदी ने आगे कहा, उस समय मैंने एक संकल्प लिया था कि एक दिन ऐसा आएगा कि लोग भारत के वीजा के लिए लाइन लगाकर खड़े होंगे। वह समय मेरी जिंदी का मुश्किल वक्त था और मुझे झटका लगा था।आज मुझे खुशी होती है, जब दूसरे देशों में जाता हूं और लोगों के मन में भारत की अलग छवि देखता हूं। यह देखता हूं कि वो भी भारत आना चाहते हैं। यहां कारोबार करना चाहते हैं।
जब निखिल कामथ ने कहा मैं यहां आपके सामने बैठा हूं और बात कर रहा हूं, मुझे घबराहट हो रही है। यह मेरे लिए एक कठिन बातचीत है।” इस पर पीएम मोदी मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं, ”यह मेरा पहला पॉडकास्ट है, मुझे नहीं पता कि यह आपके दर्शकों को कैसा लगेगा।” पीएम मोदी ने पोस्ट करते हुए लिखा, ”मुझे आशा है कि आप सभी इसका उतना ही आनंद लेंगे जितना हमें आपके लिए इसे बनाने में आया!”
पीएम मोदी ने बचपन के दोस्तों को लेकर क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा, “मेरा बचपन के दोस्तों के साथ कोई संपर्क नहीं रह पाया। उन्होंने कहा कि मुझे बचपन में ही अपना घर छोड़ना पड़ा था, जिसके चलते मैं अपने स्कूली दोस्तों से संपर्क नहीं रख सका। पीएम ने कहा कि जब मैं पहली बार सीएम बना तो मेरे मन में आया कि क्यों न अपने स्कूली दोस्तों को बुलाया जाए।उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा ही किया और 35 दोस्त आए भी, लेकिन उनमें दोस्ती नहीं दिखी। पीएम ने कहा कि मुझे मजा नहीं आया, क्योंकि मैं उनमें अपना दोस्त खोज रहा था, लेकिन वो मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर ही देख रहे थे। पीएम ने कहा कि ये खाई आगे भी नहीं पटी और मुझे कोई भी तू कहने वाला नहीं था।