हिज्बुल्ला ने अभी हार नहीं मानी है और अपने ऊपर हो रही है लगातार बमों की बारिश के बीच भी लेबनान से इजरायल की तरफ लगातार ड्रोन अटैक को अंजाम देने में लगा हुआ है। जानकारी के मुताबिक हिज्बुल्ला ने लेबनान से इजरायल की इमारत को निशाना बनाया है और कहा जा रहा है कि ये इमारत प्रधानमंत्री नेतन्याहू का घर थी लेकिन कामयाब नहीं हो सकी क्योंकि ये एक खुले स्थान पर जा गिरी।
इजरायली सुरक्षा बलों ने इस हमले की पुष्टि की और बताया है कि कोई भी घायल नहीं हुआ है। ड्रोन एक खुले इलाके में गिरा। आईडीएफ के अनुसार आज सुबह हाइफा क्षेत्र में बजने वाले वॉर्निंग सायरन लेबनान से दागे गए रॉकेट से बज उठे थे।
इजऱायली मीडिया ने बताया है कि दक्षिणी हाइफ़ा के कैसरिया में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निवास स्थान के पास एक ड्रोन में धमाका हुआ है। इससे एक बात तो स्पष्ठï है कि ये एक बड़ा हमला हो सकता है और इजरायली सुरक्षा बलों ने माना है कि ड्रोन ने उसका एयर डिफेंस सिस्टम हमले को रोकने में नाकाम रहा जिसकी वजह से यह हमला हुआ।
हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमले तेज किए टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक शनिवार सुबह से ही लेबनान की तरफ से इजराइल के तिबेरियास और आस-पास के इलाकों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और रॉकेट हमले हो रहे हैं। कई रॉकेट गैलिसी सागर में गिरते देखे गए, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। तेल अवीव और शहर के उत्तरी इलाकों में भी ड्रोन हमले की चेतावनी वाले सायरन बजते देखे गए।
इजराइली हमले में हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद पहली बार ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई का बयान आया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक उन्होंने कहा है कि याह्या सिनवार की मौत के बाद भी हमास खत्म नहीं हुआ है।
इजरायली सेना द्वारा हमास के नेता याह्या सिनवार को भी आखिरकार मार गिराया है। उसकी मौत के बाद ऐसा लग रहा है कि इजरायल अब इस जंग को खत्म होने का बड़ा ऐलान कर सकता है।
दरअसल इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसी तरफ इशारा किया है। उन्होंने कहा कि वो हमास के साथ जारी युद्ध को कल ही खत्म कर देगें, लेकिन इसके लिए हमास को उन बंधकों को रिहा करना होगा, जो उनके कैद में है।
इस तरह से अब गेंद पूरी तरह से हमास के पाले में और वो इजरायल की इस शर्त को मानता है या नहीं लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि अगर वो उन बंधकों को रिहा करते हैं तो फौरन ही इस जंग को वहीं पर खत्म कर दिया जायेगा।
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार हमास के कब्जे में अभी भी कम से कम 102 लोग हैं, उनको छुड़ाने के लिए इजरायल हर तरह से कोशिश कर रहा है
खामेनेई के सोशल मीडिया अकाउंट पर शनिवार को सिनवार की मौत से जुड़े कई पोस्ट किए गए। इसमें लिखा है- सिनवार अपने शहीद दोस्तों के पास चले गए हैं। उनका जाना हमारे लिए दर्दनाक है। लेकिन जैसे अहमद यासीन, अब्देल अजीज रंतीसी, इस्माइल हानियेह की शहादत के बाद भी हमास अपने काम में लगा रहा, सिनवार की मौत के बाद भी यह नहीं रुकेगा। खामेनेई ने कहा कि ईरान हमेशा की तरह फिलिस्तीनी मुजाहिदीन और लड़ाकों के साथ रहेगा।
इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरघची ने शुक्रवार को सिनवार को शहीद बताया था। अरघची ने सोशल मीडिया पर कहा था कि सिनवार ने अपनी जमीन के लिए लड़ते हुए जान दी है। उसे कभी भी मौत का डर नहीं हुआ वह अंत तक बहादुरी से लड़ा और शहीद हुआ। आखिरी पलों में भी उसने बहादुरी दिखाई।