कुलगाम। जम्मू एवं कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकवादी मारे गए।ऑपरेशन जारी है।
कुलगाम के समनू इलाके में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान दूसरे दिन भी जारी है। सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, 9 पैरा (एलिट स्पेशल फोर्स यूनिट), पुलिस और सीआरपीएफ ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं।
पहले तीन आतंकियों के मार जाने की जानकारी आई थी। इसके बाद सूत्रों के हवाले से दो और आतंकियों के ढेर होने की खबर है। एनकाउंटर साईट पर फायरिंग अभी भी जारी है। यहां और आतंकी भी हो सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, 16 नवंबर की शाम सामनू इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों पर आतंकियों ने फायरिंग की थी। इसके बाद यहां एनकाउंटर शुरू हो गया।
सेना की 34वीं राष्ट्रीय राइफल्स, 9 पैरा (एलीट स्पेशल फोर्स यूनिट), CRPF और राज्य पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन में गुरुवार देर रात फायरिंग रोक दी गई थी, जो शुक्रवार सुबह फिर शुरू हुई।
पिछले महीने श्रीनगर में आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को गोली मारी थी
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पिछले महीने ईदगाह इलाके में एक आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को तीन गोलियां मारी थी। गोलियां पेट, गर्दन और आंख में लगी थी। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई थी।
सरूर येचिपोरा ईदगाह इलाके के रहने वाले हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला उस समय हुआ, जब मसरूर वानी स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे।
सितंबर में 3 अफसर, 2 जवान शहीद हुए थे
जम्मू-कश्मीर में 13 सितंबर को आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ों में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक DSP शामिल थे।आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर उस वक्त गोली चला दी, जब वे सर्च ऑपरेशन चला रहे थे।
एक जवान की मौत राजौरी में हुई। इस दौरान दो आतंकी भी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान मंगलवार को सेना के डॉग की भी मौत हो गई। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी।