बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत का लाल पिंकू कुमार शनिवार रात को आंतकी हमले में जम्मू कश्मीर के शोपियां में शहीद हो गए। पिंकू कुमार की शनिवार रात मौत हो गई थी। पिंकू कुमार 2001 जाट बटालियन के जवान थे। रविवार को सुबह परिजनों को पिंकू कुमार के शहीद होने की सूचना दी गई तो परिवार में कोहराम मच गया।
परिवार का इस घटना से रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। उनका पार्थिव शरीर कल सुबह तक यहां पहुंचने की संभावना है जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, बागपत के बड़ौत स्थित लुहारी गांव के रहने वाले पिंकु कुमार का जन्म 1983 में हुआ था। 2001 में सेना में भर्ती हुए थे। सेना ने बताया कि पिंकु कुमार एक ऑपरेशन के तहत आंतकियों की तलाश में गए हुए थे। इनके साथ और भी जवान थे।
आतंकियों से हुए मुठभेड़ में पिंकु कुमार को गोली लगी थी। जिन्हें उपचार के लिए लाया गया था। लेकिन तब तक जवान शहीद हो गए थे। रविवार को सेना ने परिवार को इसकी जानकारी दी तो परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।
नौ महीने का एक बेटा और दो है लड़कियां
शोपियां में शहीद जवान पिंकू कुमार का एक नौ महीने का बेटा है। और उनकी दो बेटीयां हैं बड़ी बेटी आठ साल की तो छोटी बेटी पांच साल की है। पत्नी कबिता का रो- रोकर हाल बेहाल है। वहीं इनके पिता जबर सिंह का कहते हैं कि बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व है। शहीद जवान के बड़े भाई मनोज खेती का काम करते हैं।