कोवैक्सीन के बाद देश की दूसरी स्वदेशी वैक्सीन ‘जायकोव- डी’ का ट्रायल तेजी से किया जा रहा है। इसे भारतीय फार्मा कम्पनी जायडस कैडिला ने तैयार किया है। वैक्सीन के पहले फेज का ट्रायल पूरा हो गया है। कम्पनी का दावा है कि अब तक हुए ट्रायल के दौरान वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई है। इसका सेकंड फेज का ह्यूमन ट्रायल गुरुवार से शुरू हो गया।
वॉलंटियर्स पर लगातार 7 दिन नजर रखी गई
कम्पनी के चेयरमैन पंकज आर पटेल के मुताबिक, पहले चरण के ट्रायल में ‘जायकोव-डी’ वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई है, यह हमारे लिए एक अहम पड़ाव है। वैक्सीन का ट्रायल जिन वॉलंटियर्स पर हुआ उन पर लगातार 7 दिन तक नजर रखी गई। इसमें वैक्सीन सुरक्षित पाई गई।
अब बड़ी संख्या में लोगों पर ट्रायल होगा
पटेल के मुताबिक, अब तक बेहतर नतीजे सामने आने के बाद अब दूसरे चरण की तैयारी शुरू हो गई है। यह ट्रायल बड़ी संख्या में लोगों पर किया जाएगा। इस दौरान इसकी रोग से बचाने की क्षमता और इम्युनिटी रेस्पॉन्स का मूल्यांकन किया जाएगा।
पिछले महीने मिली थी ह्यूमन ट्रायल की इजाजत
जायडस कैडिला को पिछले महीने वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए इजाजत मिली है। भारत बायोटेक के बाद यह दूसरी कम्पनी है जिसे अगले फेज के ह्यूमन ट्रायल की इजाजत मिली है। भारत बायोटेक ने आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर वैक्सीन तैयार की है।