नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी के दीक्षांत समारोह में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘यह भाव होना चाहिए कि खाकी के सम्मान को मैं कभी झुकने नहीं दूंगा। जितना सम्मान मेरा तिरंगे के प्रति होता है, उतना सम्मान खाकी के प्रति भी होना चाहिए।’ आज 2018 बैच के आईपीएस प्रोबेशनर्स की पासिंग आउट परेड हुई। इस कार्यक्रम में मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी आज कई रोल में देखे जा सकते हैं। देश भर के पुलिसकर्मियों ने कोरोना के वक्त में बहुत अच्छा काम किया। लोगों के मन में पुलिस को लेकर डंडा, तू-तू, मैं-मैं की छवि बन चुकी थी। पुलिस मानवता के काम भी करती रही है, लेकिन जीवन में इसका कलेक्टिव इम्पैक्ट नहीं आया।
कोरोना के समय में खाकी वर्दी के लोग गाना गाकर लोगों का उत्साह बढ़ाते देखे गए। फुटपाथ पर लोगों को खाना देते देखे गए। ऐसे में लोगों का पुलिस के प्रति नजरिया बदला है। खाकी का मानवता का अंश संगठित स्वरूप में नजर आया है।
28 महिलाओं समेत 131 अफसर परेड में शामिल हुए
आईपीएस प्रोबेशनरों की 11 महीने की ट्रेनिंग के बाद दीक्षांत परेड होती है। इसमें चीफ गेस्ट को सलामी दी जाती है। बैच के सबसे अच्छे अफसर परेड कमांडर और प्लाटून कमांडर की जिम्मेदारियां संभालते हैं। एकेडमी के डायरेक्टर अतुल करवाल ने बताया कि 28 महिलाओं समेत 131 आईपीएस प्रोबेशनर पासिंग आउट परेड में शामिल हुए।
आईपीएस प्रोबेशनर डीवी किरण श्रुति ने कहा, “मुझे बेस्ट प्रोबेशनर घोषित किए जाने की खुशी है। मुझे तमिलनाडु कैडर मिला है। उम्मीद करती हूं कि महिला सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा पर काम करते हुए देश की सेवा करूंगी।”