बरेली। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ने के बाद चार दिन बाद ही कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। इसके लिए संगठन में बदलाव सहित कई पदों पर फेरबदल के संकेत मिले हैं। रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तौकीर आलम दो दिन के प्रवास पर शाहजहांपुर पहुंचे।जो पार्टी को मजबूत बनाने के लिए बैठकों के साथ ही कुछ बड़े चेहरों पर चर्चा भी करेंगे।
जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ने का असर शाहजहांपुर के साथ-साथ आसपास के जिलों में भी पड़ सकता है। यह बात हाईकमान को भी पता है। यही कारण है कि पार्टी यहीं से डैमेज कंट्रोल करना चाहती है। इसके लिए राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम को यहां भेजा गया है। वह इस दौरान संगठन की समीक्षा करने के साथ ही बदलाव पर भी चर्चा करेंगे। विभिन्न बैठकों व कार्यक्रमों में शमिल होंगे। पार्टी के जिला प्रभारी प्रदेश सचिव रिसाल अहमद व अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
युवाओं की बढ़ सकती जिम्मेदारी : जितिन प्रसाद के समर्थन में कई नेताओं ने सदस्यता से इस्तीफा दिया है। इससे पहले ब्रह्मस्वरूप सागर के साथ कुछ नेता पार्टी छोड़ गए थे। ऐसे में कई पद अभी खाली हैं। जिन पर मनोनयन किए जाएंगे। जबकि कुछ पदों में फेरबदल भी होगा।
इसमें आने वाले चुनावों को देखते हुए जातिगत समीकरण भी साधे जाएंगे। युवाओं की भी जिम्मेदारी बढ़ाई जाएगी।जिले में जितिन प्रसाद के जाने के बाद संगठन में कुछ बड़े चेहरे नजर आ सकते हैं। इनमें पूर्व में यहां सक्रिय रहे नेता के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी दो बड़े नाम की चर्चा चल रही है।
हालांकि स्थानीय नेतृत्व अभी कुछ खुलकर बाेलने को तैयार नहीं है।कांग्रेस जिलाध्यक्ष रजनीश गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय सचिव के दो दिन के प्रवास में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे ताकि संगठन और मजबूत हो। जहां तक बात नए लोगों के शामिल होने की है तो इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया हैं। जो होगा वह पार्टी के हित में और बेहतर होगा।