जिन राज्यों में कांग्रेस ने पिछली बार BJP को नाको चने चबवाए थे, अब वहां भी कमजोर

नई दिल्ली। अगले 2 साल में 16 राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे। इनमें से 10 राज्यों में BJP और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। इस वक्त उन 16 में से 9 राज्यों में बीजेपी की सरकार है और 2 में BJP के सहयोगी दलों की। बाकी बचे 5 राज्यों में से 3 में कांग्रेस और 2 में दूसरी पार्टियां सत्ता में हैं। हालांकि जब इन्हीं 16 राज्यों में पिछली बार चुनाव हुए थे तो कांग्रेस ने 4 राज्यों में सरकार बनाई थी और 1 में उसके सहयोगी दल ने, पर बाद में बीजेपी ने 2 राज्यों कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सत्ता पलट दी।

चुनाव में जीत और किसी सरकार को गिराकर अपनी सरकार बनाना, ये इससे तय होता है कि पार्टी का संगठन कितना मजबूत है। जिन 16 राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी में एक भी पद खाली नहीं है। जबकि इन्हीं 16 राज्यों में से 4 में कांग्रेस पदाधिकारियों के चुनाव तक नहीं करा पाई है। लिहाजा 500 से ज्यादा पद खाली हैं। गुजरात, राजस्‍थान जैसे राज्यों में, जहां पिछले चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को बराबर की टक्कर दी थी या हरा दिया था, वहां भी 300 से ज्यादा पद खाली हैं।

आज हम जिन 16 राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें से 10 बड़े राज्यों के बारे में बात कर रहे हैं। इनमें राजस्‍थान, एमपी, छत्तीसगढ़, यूपी, गुजरात और पंजाब भी हैं। आइए एक-एक कर के चलते हैं-

1. राजस्‍थान: चुनाव दिसंबर 2023 में, कांग्रेस में जमीन पर काम करने वाले कार्यकताओं की समितियां भंग हो चुकी हैं, बीजेपी वहीं सबसे ज्यादा मेहनत कर रही है

बीजेपी अगले चुनाव की तैयारी में लगी है। उसके पास 26 मुख्य पदा​धिकारी हैं, 93 प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और 50 विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। यानी 170 से ज्यादा की लोगों की जमी-जमाई टीम है। इसके अलावा हाल ही में जिला, मंडल, मोर्चे, प्रकोष्ठ में नई भर्तियां की गई हैं। इनमें युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा, किसान मोर्चा में अध्यक्ष और पूरी कार्यकारिणी बनाकर अगले चुनाव की तैयारी की जा रही है।

पिछले चुनाव में बीजेपी को मात देने वाली कांग्रेस की मौजूदा हालत ये है कि सभी प्रकोष्ठ, विभाग, 39 जिलाध्यक्ष और 400 ब्लॉक अध्यक्षों, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी सचिन पायलट की बगावत के बाद 14 जुलाई 2020 से भंग है। तब से केवल 39 पदाधिकारियों से कांग्रेस चल रही है।

2. मध्य प्रदेश: चुनाव दिसंबर 2023 में, कांग्रेस ने आखिरी बार 2018 में पदाधिकारी चुने थे, बीजेपी के सारे पद भरे हुए हैं

बीजेपी ने अपने 59 मुख्य पदाधिकारियों के साथ 180 से ज्‍यादा की टीम का नाम-पता-कॉन्टैक्ट नंबर वेबसाइट पर शेयर कर रखा है। हमने तीन नंबर पर फोन किया तो फोन उन्हीं लोगों ने उठाया, जिनके नाम के सामने नंबर लिखे थे।

पिछले चुनाव में बीजेपी को मात देने और बाद में फूट के चलते सरकार खोने वाली पार्टी कांग्रेस में आखिरी बार 7 जुलाई 2018 को तब के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 84 पदाधिकारी नियुक्त किए थे, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद अब इनमें से कई पदाधिकारी पार्टी बदल चुके हैं। पदाधिकारियों की मौजूदा हालत पर कांग्रेस फिलहाल कोई जवाब नहीं दे रही है।

3. गुजरात: चुनाव दिसंबर 2022 में, बीजेपी ने सीएम समेत मंत्रिमंडल बदल डाला और यह 160 पदाधिकारियों का संगठन, वहीं कांग्रेस में सिर्फ 3 कार्यकारी अध्यक्ष

चुनाव से 15 महीने पहले बीजेपी ने सीएम बदलकर भूपेंद्र पटेल को कमान थमाई है। संगठन के तौर पर पार्टी में 160 लोगों की मुख्य कार्यकारिणी है। इसमें 40 मुख्य प्रदेश पदाधिकारी, 80 प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। इसके अलावा 100 से ज्यादा जिला और मंडल स्तर के पद भी भरे हुए हैं।

वहीं, कांग्रेस के प्रदेश संगठन का पूरा ढांचा 6 महीने से चरमराया हुआ है। स्थानीय नेता हाईकमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश में फिलहाल सिर्फ 3 कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल, करसनदास सोनेरी और डॉ. तुषार चौधरी ही पार्टी चला रहे हैं। पहले यहां 234 पदाधिकारियों की टीम थी।

पिछले चुनाव में कुल 182 सीटों में से बीजेपी ने 99 और कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं, लेकिन बाद में कांग्रेस के 12 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। बीजेपी के पास फिलहाल 115 विधायक हो गए हैं।

4. छत्तीसगढ़: चुनाव दिसंबर 2023 में, कांग्रेस और बीजेपी दोनों के पद भरे हुए, लेकिन कांग्रेस में दूसरा खेमा भी

बीजेपी ने डेढ़ साल पहले चुनाव कर के सभी 81 सदस्य चुने लिए थे। कोई पद खाली नहीं है। हाल ही में एक सभा में प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी देवी ने कहा कि अगर बीजेपी कार्यकर्ता पलट कर थूक दें तो बघेल की सरकार बह जाएगी। दोनों ओर से चुनावी मोड ऑन हो गया है। पिछले चुनाव में कुल 90 सीटों में से कांग्रेस ने 67 और बीजेपी ने 15 सीटें जीती थीं।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में 40 सदस्यों वाली कार्यकारिणी है। सभी नियुक्तियां मार्च 2020 की हैं, लेकिन अगस्त में पार्टी में सीएम बदलने की चर्चा के जोर पकड़ने के बाद भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव को दिल्ली तलब किया गया था, तब जाकर मामला सुलझा, लेकिन महीने भर बाद ही अब फिर से आपसी लड़ाई पर बैठक चल रही है।

5. उत्तर प्रदेश: चुनाव फरवरी 2022 में। बीजेपी की 172 की टीम, कांग्रेस कमेटी में 114 सदस्य

यूपी बीजेपी संगठन में एक भी पद खाली नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर कार्यालय संपर्क प्रभारी तक सभी कुल 172 पद भरे हुए हैं। सभी जिलाध्यक्षों की फोटो, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी के साथ यूपी बीजेपी की वेबसाइट अपडेट है। हमने उन्हीं में से कुछ रैंडम नंबर्स चुने और कॉल किया, वो नंबर्स ऑन थे, उन्हीं पदाधिकारियों ने उठाए, जिनका नाम वेबसाइट पर दिख रहा था।

कांग्रेस में अब वेबसाइट की व्यवस्‍था नहीं है। 24 अकबर रोड कांग्रेस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी यानी UPCC में कुल 114 सदस्य हैं। इनमें से ज्यादातर को प्रियंका गांधी ने 2019 लोकसभा चुनाव के वक्त चुना था। हां, 2020 में भी कुछ भर्तियां हुई हैं।

इन 114 सदस्यों के अलावा अभी 15 सितंबर को कांग्रेस ने एक ‘स्पेशल 26 मीडिया पैनल’ लॉन्च किया है। ये 26 लोग योगी सरकार में घोटाले ढूंढेंगे और मीडिया तक ले जाएंगे। पिछले चुनाव में कुल 403 सीटों में से बीजेपी ने 312 और कांग्रेस ने 7 सीटें जीती थीं।

6. पंजाब: चुनाव फरवरी 2022 में, कांग्रेस की 208 सदस्यों की टीम दो फाड़, बीजेपी में 29 पदाधिकारी पहले से थे, अब 200 नए पद भरे जाने का दावा

पंजाब के पिछले चुनाव में कुल 117 सीटों में से बीजेपी ने सिर्फ 23 पर चुनाव लड़ा था। जीत सिर्फ 3 सीटों पर मिली। फिर भी पार्टी में प्रदेश के सभी 29 पदाधिकारियों के पद भरे हुए हैं। पार्टी का दावा है कि 200 नए पदाधिकारी बनाए गए हैं। वो जमीन पर काम करने के लिए भेज दिए गए हैं, लेकिन उनकी जानकारी अभी पब्लिक नहीं की गई है।

117 में से 77 सीटें जीतने वाली पंजाब कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में 208 सदस्य हैं, लेकिन दो धड़ों में बंटे हुए। एक को प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू चलाते हैं और दूसरे को सीएम अमरिंदर सिंह। दो दिन पहले ही सिद्धू कैंप के 40 विधायकों ने अमरिंदर सिंह के खिलाफ सोनिया गांधी को चिट्ठी भेजी है।

7. उत्तराखंड: चुनाव फरवरी 2022 में, बीजेपी ने सीएम बदलकर 34 पदाधिकारियों की टीम तैनात की, कांग्रेस ने नई टीम बनाई है, लेकिन पदाधिकारियों के चुनाव नहीं हुए

उत्तराखंड बीजेपी की वेबसाइट पर 34 प्रदेश पदाधिकारियों की सूची दी गई है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष से लेकर किसान मोर्चा, महिला मोर्चा और अनुसूचित जाति मोर्चे तक पदाधिकारी तैनात हैं। उनसे संपर्क करने की जानकारी भी मौजूद है। 3 जुलाई को सीएम बदलकर बीजेपी चुनाव की तैयारियों में जुट गई है।

जबकि कांग्रेस प्रदेश की नई कार्यकारिणी का चुनाव तक नहीं करा पाई है। पुरानी कार्यकारिणी में 150 से ज्यादा लोग थे। उन्हें अभी यही स्पष्ट नहीं है कि वो पद पर बने हुए हैं या नहीं। चुनाव की खातिर एक नई टीम बनी है, लेकिन पार्टी हरीश रावत और प्रीतम सिंह के दो खेमों में बंटी हुई है।

पिछले चुनाव में बीजेपी को 46.5% वोट मिले थे तो कांग्रेस को 33.5%। हालांकि कुल 70 सीटों में से बीजेपी ने 57 और कांग्रेस ने 11 ही जीती थी।

8. गोवा: चुनाव फरवरी 2022 में, बीजेपी के 142 पदाधिकारी मोर्चे पर तैनात, 200 से ज्यादा नए पदाधिकारी भी भर्ती किए, कांग्रेस ने बस चिदंबरम को भेजकर सुध ली है

गोवा बीजेपी चुनावी मोड में है। प्रदेश कार्यकारिणी में 142 पदाधिकारियों के मोर्चे पर तैनात होने के बावजूद 200 से ज्यादा महिला और युवा पदाधिकारी चुने गए हैं।

जबकि कांग्रेस का संगठन बीते 4 साल में ‌बिखर चुका है। फिलहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कितने लोग हैं, इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।

इसके पीछे की वजह पिछले चुनाव के बाद घटी घटनाएं हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 40 सीटों में से 17 कांग्रेस ने जीती और 13 बीजेपी ने। अन्य के खाते में 10 सीटें गई थीं। ये सभी 10 विधायक कांग्रेस को सपोर्ट कर रहे थे और सरकार बनाने की उम्मीद थी।

लेकिन तब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छुट्टी पर थे। पार्टी सीएम कैंडिडेट ही तय नहीं कर पाई। इधर तब के बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर गोवा पहुंचे और सभी 10 अन्य विधायकों को अपने पक्ष में कर लिया। फिर शपथ के पहले भी 2 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया।

2019 आते-आते बचे हुए 15 कांग्रेस विधायकों में से भी 10 ने बीजेपी जॉइन कर लिया। अब कांग्रेस के पास सिर्फ 5 विधायक बचे हैं। इस साल अगस्त में कांग्रेस ने पी चिदंबरम को पर्यवेक्षक बनाकर गोवा भेजा था। उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।

9. हिमाचल प्रदेश: चुनाव दिसंबर 2022 में, बीजेपी ने सीएम को दिल्ली तलब करके हिसाब लिया, कांग्रेस हमलावर

बीजेपी ने गुजरात में सीएम बदलने के बाद हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर को दिल्ली तलब किया था। बीजेपी की हिमाचल प्रदेश की ऑफिशियल वेबसाइट अभी चल नहीं रही है। कार्यालयों से मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में 34 पदाधिकारी हैं। इसके अलावा जिला, मंडल, मोर्चा, अलग-अलग प्रकोष्ठ और स्थाई आमंत्रित सदस्यों को मिलाकर 225 लोगों से ज्यादा की टीम काम कर रही है।

कांग्रेस का दावा है कि पार्टी के 150 प्रदेश पदाधिकारी हैं। इनमें से 2019 में चुने गए 40 पदाधिकारियों की सूची इंटरनेट पर मौजूद है।

10. मणिपुर: चुनाव फरवरी 2022 में, दोनों ही पार्टियों के पदाधिकारियों की सूची सार्वजनिक जगहों से नदारद

बीजेपी की मणिपुर की वेबसाइट काम नहीं कर रही है। पिछले साल जून में 9 विधायकों ने सीएम बीरेन सिंह से अपना समर्थन हटाने को कहा था। तब उन्हें दिल्ली बुलाया गया। नॉर्थ-ईस्ट के बीजेपी के चेहरे हिमंता बिस्वा शर्मा को मणिपुर भेजा गया और सरकार बचाई गई।

कांग्रेस की ओर से कोई सुगबुगाहट फिलहाल नजर नहीं आती। पिछले चुनाव में कुल 60 सीटों में से बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 37 सीटें जीती थीं। अकेले बीजेपी को 24 सीटें मिली थीं। जबकि कांग्रेस के गठबंधन को सिर्फ 17 सीटें मिलीं थीं, जिसमें कांग्रेस की 16 थीं।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मीडिया स्टडीज के एचओडी धनंजय चोपड़ा कहते हैं कि जब तक कांग्रेस में अहमद पटेल थे, तब तक संगठन दुरुस्त रहता था, लेकिन फिलहाल कांग्रेस में संगठन को संभालने वाला कोई नेता नहीं है। जबकि बीजेपी में अब भी संगठन की बात आती है तो सबसे पहले अमित शाह की ओर देखा जाता है।

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