जेवर एयरपोर्ट बनने का अंतिम रास्ता साफ़, कंपनी को मिला सिक्योरिटी क्लीयरेंस

नोएडा। उत्तर प्रदेश के जिला गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बनने जा रहे देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण जल्द ही शुरू हो सकता है। जेवर एयरपोर्ट बनाने के लिए स्विट्जरलैंड की एक कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिल गया है। अब जल्द ही काम भी शुरू हो सकता है। लगभग छह माह से उत्तर प्रदेश सरकार, यमुना प्राधिकरण और ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल इस क्लेरेंस का इंतजार कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने बीती देर रात ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास के लिए सुरक्षा मंजूरी मिल गई है। यह बताने में अत्यंत हर्ष की अनुभूति मिल रही है।
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह ने बुधवार को कहा कि फर्म ने काम शुरू करने की प्रक्रिया के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय को सुरक्षा मंजूरी के लिए आवेदन किया था जिसे स्वीकार कर लिया गया है। यह परियोजना 5,000 हेक्टेयर में फैला होगा। इस एयरपोर्ट के पहले चरण की अनुमानित लागत 29,560 करोड़ रुपये होगी।
हवाई अड्डे का पहला चरण 1,334 हेक्टेयर में फैला होगा। इस पर 4,588 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की अगुवाई वाली विशेष एजेंसी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईएएल) इस परियोजना का प्रबंधन और संचालन कर रही है।

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