लखनऊ। 1987 बैच के IPS मुकुल गोयल ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) का चार्ज संभाल लिया। लखनऊ स्थित पहुंचे IPS मुकुल गोयल सीधे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने लोक भवन पहुंचे। इसके बाद DGP मुख्यालय में पदभार संभाला। इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस का प्रमुख काम क्राइम को कंट्रोल करना है। छोटे-छोटे अपराधों को नजर अंदाज न किया जाए।
छोटे अपराधियों पर भी कार्रवाई हो। पुलिस कार्य में तकनीक का इस्तेमाल जरूरी है। सभी अधिकारी फील्ड में जाएं। अधिकारी ज्यादा से ज्यादा जनता से मिलें।
दो दिन पहले IPS मुकुल डीजीपी पद पर नियुक्त हुए थे
- प्रदेश सरकार ने बीते बुधवार को IPS मुकुल गोयल को प्रदेश के डीजीपी पद पर नियुक्त किया था। साल 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बीएसएफ में एडीजी ऑपरेशन के पद पर तैनात थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार की दोपहर बाद उन्हें अपने प्रदेश काडर में लौटने के लिए बीएसएफ से कार्यमुक्त कर दिया।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को उनको बीएसएफ से रिलीव करने का आदेश जारी कर दिया गया। निवर्तमान डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने मंगलवार को भी चार्ज छोड़कर एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को सौंप दिया है।
- मुकुल गोयल को विधानसभा चुनाव में पूर्व डीजीपी पद की जिम्मेदारी सौंपकर यूपी सरकार ने उन पर भरोसा जताया है। उनके कार्यभार ग्रहण करने के बाद पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। खासकर कई डीजी और एडीजी रैंक के अफसरों अधिकारियों को इधर से उधर किया जा सकते है।
IIT दिल्ली से बीटेक और एमबीए भी हैं मुकुल
यूपी कैडर के 1987 बैच के IPS अफसर मुकुल गोयल मूल रूप से मुजफ्फरनगर के शामली के रहने वाले हैं। IPS मुकुल गोयल के पिता महेंद्र गोयल का 6 साल पहले ही निधन हो चुका है, जिनकी बुधवार को पुण्यतिथि भी है। इनकी हाईस्कूल तक की शिक्षा-दीक्षा झारखंड के जनपद धनबाद में हुई है। इनके परिवार में पत्नी सोनू गोयल व दो बेटियां हैं।
दोनों बेटियां अभी पढ़ रहीं हैं। वहीं, मां हेमलता गोयल, बहन शिखा (अमेरिका में रहतीं हैं) और छोटा भाई मोहित गोयल है। भाई वर्तमान में अपने परिवार के साथ मुंबई के एक कॉलेज में डीन हैं, जो पूर्व में नेवी में रह चुके हैं। धनबाद के बाद महेंद्र कुमार गोयल परिवार के साथ दिल्ली आ गए, यहां से मुकुल गोयल ने आगे IIT तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद वे सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए और IPS बने।
लंबा अनुभव यूपी चुनाव में आ सकता है काम
यूपी कैडर के 1987 बैच के IPS अफसर मुकुल गोयल अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी, गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ जिलों के एसएसपी रह चुके हैं। मुकुल गोयल कानपुर, आगरा, बरेली रेंज के डीआईजी और बरेली जोन के आईजी भी रह चुके हैं।
इसके अलावा मुकुल गोयल केंद्र में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP), सीमा सुरक्षा बल (BSF), नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) में भी काम कर चुके हैं। यूपी में एडीजी रेलवे, CB-CID और अखिलेश यादव की सरकार में यूपी के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) भी रह चुके हैं।
UPSC ने तय किए थे तीन नाम
इससे पहले मंगलवार को UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) ने तीन सीनियर IPS अफसरों को यूपी डीजीपी पद के लिए शॉर्टलिस्ट किया। इनमें DG EOW आरपी सिंह, ADG BSF मुकुल गोयल और नासिर कमाल का नाम शामिल किया था। वरिष्ठता के अनुसार नासिर कमाल बाकी दोनों लोगों के मुकाबले सबसे सीनियर थे और मौजूदा समय वह केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर हैं हालांकि, इनका कार्यकाल कम है। ऐसे में इन्हें DGP की रेस से बाहर बता दिया गया था।
सीएम योगी से दो अफसरों ने की थी मुलाकात
नासिर कमाल के बाद डीजी EOW आरपी सिंह और ADG BSF मुकुल गोयल का नाम UPSC की लिस्ट में है। इन दोनों अफसरों ने मंगलवार को बारी-बारी से सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी कर ली है। बताया जाता है कि इन दोनों में से गोयल का नाम फाइनल हुआ है। अंत में उन्हें ही डीजीपी की कमान सौंपी गई।