नई दिल्ली। सोमवार को देश के आम आदमी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, थोक महंगाई फरवरी महीने में बढ़ गई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों को देखें तो यह उछाल भरते हुए 13.11 के स्तर पर आ गई है। गौरतलब है कि जनवरी में थोक महंगाई 12.96 फीसदी पर थी। इस दौरान विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति फरवरी में 9.84 प्रतिशत रही, जो जनवरी में 9.42 प्रतिशत थी। प्याज में माइनस 26.37 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जो जनवरी में माइनस 15.98 फीसदी थी। इसके अलावा आलू में 14.78 फीसदी की तेजी रही, जो जनवरी में माइनस 14.45 फीसदी थी।
लगातार 11 महीने दोहरे अंकों में
बता दें कि फरवरी 2021 में थोक महंगाई दर महज 4.83 फीसदी थी। बढ़ती महंगाई सरकार, इकोनॉमी और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। अगले महीने रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होने वाली है। महंगाई में तेजी से रिजर्व बैंक पर पॉलिसी में बदलाव का दबाव बढ़ेगा। बीते महीनों के सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो जनवरी महीने में थोक महंगाई दर 12.96 फीसदी थी और दिसंबर 2021 में यह 13.56 फीसदी थी। नवंबर में यह महंगाई 14.23 फीसदी थी। यह लगातार 11वां महीना है जब थोक महंगाई दर दोहरे अंकों में बनी हुई है।
खुदरा महंगाई दर का हाल
खुदरा महंगाई दर जनवरी में नई ऊंचाई पर पहुंच गई थी। सरकार की ओर से जारी डाटा के मुताबिक, खाद्य उत्पादों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी की वजह से खुदरा मंहगाई दर में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। जनवरी में यह 6.01 फीसदी तक पहुंच गई थी, जबकि दिसंबर में यह दर 5.66 पर थी। यह आरबीआई की ओर से सालाना आधार पर तय किए गए मुद्रास्फीति लक्ष्य से भी ज्यादा है।