लॉस एंजेल्स। एक परंपरावादी जज एमी कोनी बैरेट की सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति के मनोनयन को लेकर ख़ासी राजनीति शुरू हो गई है। डेमोक्रेट का कथन है कि राष्ट्रपति चुनाव से मात्र 40 दिन पूर्व इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति का अधिकार नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को होना चाहिए।
इसके विपरीत रिपब्लिकन नेताओं का तर्क है कि संविधान के अनुसार मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को न्यायमूर्ति के मनोनयन का पूर्ण अधिकार है, बशर्ते वह राष्ट्रपति चुनाव की तिथि 3 नवम्बर से पूर्व सीनेट में बहुमत से मनोनीत न्यायमूर्ति के मनोनयन की पुष्टि करवा लें।
एक लिबरल न्यायमूर्ति 87 वर्षीय रूथ बद्र जिंग्सबर्ग की पिछले सप्ताह हुई मृत्यु से उत्पन्न रिक्त स्थान पर डोनाल्ड ट्रम्प ने सुप्रीम कोर्ट में यह तीसरी नियुक्ति की सिफ़ारिश की है। सौ सदस्यीय सीनेट में रिपब्लिकन के 53 सदस्य है जबकि विपक्ष में डेमोक्रेट के साथ 47 सदस्य हैं।
व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डेन में आयोजित एक समारोह में शनिवार को प्रथम महिला मेलेनिया ट्रम्प, उपराष्ट्रपति माइक पेंस और रिपब्लिकन पार्टी के अनेक सिनेटर की मौजूदगी में ट्रम्प ने विश्वास व्यक्त किया है कि चुनाव से पूर्व सीनेट में 52 वर्षीय एमी कोनी बैरेट की नियुक्ति की पुष्टि कर ली जाएगी।
एमी कोनी बैरेट की नियुक्ति को मौजूदा राष्ट्रपति चुनाव में परंपरवादी रिपब्लिकन मतदाताओं में एक ट्रम्प कार्ड माना जा रहा है। एमी कोनी गर्भपात आंदोलन के ख़िलाफ़ हैं और परंपरवादी रिपब्लिकन मतदाताओं के लिए यह एक सुकून की नियामत बताई जा रही है। एमी कोनी बैरेट सात बच्चों की मां हैं और उनके पति एक बड़े वक़ील हैं।
नाट्रेडैम ला प्रोफ़ेसर एमी कोनी ने अपने मेंटर और सुप्रीम कोर्ट के दिवंगत न्यायमूर्ति एंटोनियो स्कलीआ को याद किया और कहा कि वह उनके पदचिन्हों पर चलेंगी। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति नीति निर्धारक नहीं, उन्हें संविधान में उल्लिखित नियमों की मीमांसा कर अपने निर्णय देने चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी परंपरावादी दिशा रहेगी।
ट्रम्प ने आशा जताई कि एमी कोनी बैरेट ने जिस ख़ूबसूरती से अपने परिवार की जिम्मेदारी निभाई है, वह उसी तरह संवैधानिक मर्यादाओं के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के दायित्वों को भी निभाएंगी। एमी कोनी ने कहा कि वह सीनेट में नामित होने की पुष्टि के बाद अपनी सभी ज़िम्मेदारियों और चुनौतियों से डटकर मुक़ाबला करेंगी।
राष्ट्रपति फ़्रेंकलिन रूज़वेल्ट के बाद रिचर्ड निक्सन ने अपने पहले कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायमूर्ति की नियुक्ति कराई थी, जबकि ट्रम्प यह तीसरी नियुक्ति कराने में सफल हुए हैं।
कोनी की नियुक्ति को लेकर डेमोक्रेट को इस बात पर तकलीफ है कि इन्हीं रिपब्लिकन पार्टी ने राष्ट्रपति बराक ओबामा को चुनाव वर्ष के भीतर मेरेक गार्लैंड के मनोनयन पर आपत्ति दर्ज की थी। वह इसे एक धोखा मानकर चल रहे हैं। डेमोक्रेट ने इसे चुनावी अभियान में एक मुद्दा बना लिया है। उनका मत है कि रिपब्लिकन को आने वाले दिनों में सीनेट की 23 सीटों के चुनाव में भारी ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है, जबकि उन्हें उन 12 सीटों पर चुनाव लड़कर जीतने में कोई कठिनाई नहीं होगी।