कासगंज। उत्तर प्रदेश में कासगंज जिले के सोरों थाना क्षेत्र में रविवार देर शाम पुरानी रंजिश को लेकर असलहों से लैस लोगों ने प्रधान के परिवार पर हमला कर दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग में तीन की मौत हो गई। जबकि दो लोग घायल हुए। उन्हें अलीगढ़ रेफर किया गया है। घटना से गांव में तनाव है। वारदात की वजह एक साल पहले हुई ऑनरकिलिंग की घटना मानी जा रही है। पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
घात लगाकर हमला किया गया
सोरों थाना क्षेत्र के होडलपुर गांव के पूर्व प्रधान राजपाल की गांव के बाहर बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान है। वर्तमान में राजपाल की बहू सत्यवती प्रधान है। रविवार रात करीब 9 बजे उनका बेटा भूपेंद्र उर्फ रुद्र (25 साल), भाई प्रेम सिंह (55 साल) और उनका बेटा राधाचरन (27), प्रमोद और परिवार के ही गुड्डू दुकान से वापस घर आ रहे थे। इसी दौरान रुस्तम सिंह के साथ 15 से 20 लोगों ने उन्हें बिजलीघर के पास घेर लिया और फायरिंग शुरू कर दी। इसमें भूपेंद्र, प्रेम सिंह और राधाचरन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, प्रमोद और गुड्डू घायल हो गए।
ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश
घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया। ग्रामीणों के अनुसार, आरोपियों ने तीनों को कई गोलियां मारी थीं। करीब 40 से 50 राउंड फायरिंग की गई। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सूचना मिलने पर एसपी सुशील घुले, एएसपी आदित्य वर्मा पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पहले तो पुलिसवालों को गांव में घुसने नहीं दिया। शव को उठाने से भी मना किया गया। लेकिन एसपी के समझाने के बाद लोग माने।
8 आरोपी हिरासत में, तीन तमंचे बरामद
एसपी ने बताया कि पूर्व प्रधान राजपाल और डॉक्टर केके राजपूत की पुरानी रंजिश है। दो दशक पहले डॉ. केके के परिवार में किसी की हत्या की गई थी। इसमें पूर्व प्रधान जेल गए थे। इसके अलावा पिछले साल गांव में एक जुलाई को ऑनरकिलिंग की घटना हुई थी। इस मामले में राजपूत पक्ष के लोग जेल गए थे। इसके बाद पूर्व प्रधान और डॉक्टर राजपूत के परिवार में दुश्मनी और बढ़ गई। इसी के चलते राजपूत पक्ष ने घटना को अंजाम दिया। 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। तीन तमंचे बरामद हुए हैं। एसपी ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।