लखनऊ। लॉकडाउन में ट्रॉली बैग पर मासूम बेटे को लिटाकर उसे खींचते हुए पैदल चलने वाली मां की तस्वीर वायरल होने के बाद अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उसे आर्थिक मदद करने की बात कही है।
अखिलेश ने शुक्रवार को इसका वीडियो अपलोड करते हुए ट्वीट किया कि जिस मासूम को इतनी कम उम्र में ही इतनी भयावह परिस्थितियों से गुजरना पड़ा है, उसके जीवन में कुछ सकारात्मक घट सके। इस आशा के साथ हम इस बच्चे के माता-पिता तक एक लाख रुपये की आर्थिक मदद पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि, जो जनता ‘सत्ता’ का दिया दुख झेल रही है, वो जानती है कि ये बचपन का खेल नहीं है।
यह मामला आगरा के एमजी रोड का है। विगत 13 मई को पंजाब से पैदल आया प्रवासी श्रमिकों का दल यहां से गुजरा था। इसमें शामिल एक महिला अपने मासूम बेटे को ट्रॉली बैग पर लिटाकर उसे रस्सी से खींचते हुए ले जा रही थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। मामले का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है।
आयोग ने कहा है कि यह चिंता का विषय है कि इस महिला व उसके बच्चे की तकलीफ को स्थानीय अधिकारियों को छोड़ बाकी सब समझ रहे हैं। इस मामले में आयोग ने पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और आगरा के जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर उनसे चार सप्ताह के अन्दर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।