ठाकुरगंज दोहरा हत्याकांडः पनाह देने वाले की तलाश शुरू, पोस्टमार्टम में लगे पांच घंटे

न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो

लखनऊ। ठाकुरगंज इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने 3 अक्तूबर की रात को दो सगे भाइयों की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में तीन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। एक आरोपी को पुलिस ने उसी रात अरेस्ट कर लिया। जबकि शिवम सिंह और उमेश उर्फ चीन्ना फरार हो गये। बुधवार रात को दोनों के विरामखंड-पांच में छिपे होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी की। उधर जानकारी होते ही शिवम ने खुद को गोली से उड़ा दिया। पुलिस के मुताबिक दोनो आरोपी तीन दिन से यहां छिपकर रह रहे थे। इनको शरण देने वाला व्यक्ति फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। वहीं शिवम के शव का बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम कराया गया। शाम को शव परिवारीजनों को सुपुर्द कर दिया। इस दौरान परिवारीजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया।

ठाकुरगंज के मिश्री बगिया निवासी दिलदार केदो बेटे इमरान और अरमान की तीन अक्तूबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात घर से चंद कदमों की दूरी पर हुई। हमलावरों ने गोली मारने से पहले दोनों की डंडों से पिटाई भी की थी। इस मामले में दिलदार के बेटे रेहान ने शिवम सिंह, उमेश उर्फ चीन्ना और साहिल उर्फ छोटू को नामजद किया था। वारदात की रात को ही पुलिस ने साहिल को दबोच लिया। जबकि शिवम और चीन्ना फरार हो गये। पुलिस ने उनकी तलाश में दबिश केसाथ ही कोर्ट से भी कार्रवाई शुरू की। मंगलवार को मोहल्ले में मुनादी पिटवाकर दोनों को भगोड़ा घोषित किया। साथ ही कुर्की की तैयारी शुरू की। इसी बीच बुधवार को खुफिया विंग के क्षेत्राधिकारी राधेश्याम राय को शिवम और चीन्ना के गोमतीनगर में छिपे होने की सूचना मिली। इस पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा, एंटी डकैती स्क्वायड के प्रभारी फरीद अहमद, स्वाट प्रभारी विमलेश सिंह के अलावा गोमतीनगर और आसपास केथानाक्षेत्रोंं के पुलिस की टीम तैयार की। दोनों पर निगरानी रखने के लिए पुलिस की टीम लग गई।

रात करीब नौ बजे पुलिस टीम गोमतीनगर विराम खंड-पांच पहुंची। जहां दोनों के छिपे होने की सूचना थी। पुलिस मकान तस्दीक कर रही थी। इसी बीच टीम के कुछ सदस्य मकान नंबर 5/591 के दरवाजे पर दस्तक दी। इसी बीच छत की बालकनी पर खड़े शिवम ने खुफिया विंग केअधिकारी को पहचान लिया। वह कुछ समय पहले चौक के क्षेत्राधिकारी थे। उस दौरान शिवम को जेल भी भेजा था। इसके बाद शिवम कमरे में भागकर गया। वहां उसने तमंचा निकाला और कनपटी से सटाकर फायर कर दिया। शिवम की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उमेश उर्फ चीन्ना को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।

पोस्टमार्टम होने में लगे पांच घंटे,  देरी का कारण नहीं बता सकी पुलिस

शिवम का शव देर रात को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। बृहस्पतिवार दोपहर करीब 12 बजे से उसका पोस्टमार्टम शुरू किया गया। पोस्टमार्टम केलिए पांच डॉक्टरों का पैनल बनाया गया। इस टीम ने शिवम सिंह के शव क पोस्टमार्टम करीब पांच घंटे में किया। इस दौरान फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी दोनों होती रही। डॉक्टरों के सामने ही फोरेंसिंक टीम ने शिवम का हैंडवाश किया। जिसमें गन पाउडर मिलने की पुष्टि हुई। वहीं डॉक्टरोंं ने बिसरा सुरक्षित रखा। हाथ स्वायव बनाया गया। यह प्रक्रिया पूरी करने में पांच घंटे का समय लग गया। पोस्टमार्टम में देरी होने से नाराज परिवारीजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया। पुलिस से देरी का कारण पूछा तो पुलिस उसे टाल गई। इससे नाराज लोगों हंगामा करने लगे। पुलिस ने सख्ती की इसके बाद शांत हो गये। सामान्य रूप से किसी भी पोस्टमार्टम में इतना लंबा समय नहीं लगता है। यह बड़ा सवाल है।

तीन बार हुआ एक्सरे

पुलिस सूत्रों के मुताबिक शिवम के सिर में गोली प्रवेश करने और निकलने के स्थान की पुष्टिï केलिए तीन बार एक्सरे कराना पड़ा। पहले दो बार के एक्सरे में बार्इंं तरफ से गोली लगने और दाहिनी तरफ से निकलने की पुष्टिï हुई। इसके बाद जब तीसरी बार एक्सरे हुई तो गोली दाहिनी तरफ से प्रवेश और बाएं तरफ से निकलने की पुष्टिï हुई। इसके बाद शव को परिवारीजनों को सुपुर्द कर दिया।

गुलालाघाट पर हुआ अंतिम संस्कार

दोहरे हत्याकांड के आरोपी शिवम सिंह का शव पोस्टमार्टम केबाद शाम 5.15 बजे परिवारीजनों को सुपुर्द किया गया। पोस्टमार्टम हाउस पर उसके परिवारीजनों में पीता बर व अन्य दो भाई के अलावा चार बहने व अन्य रिश्तेदार मौजूद थे। शाम को शव सुपुर्द करने केसाथ ही पुलिस ने अंतिम संस्कार केलिए गुलाला घाट ले जाने का निर्देश दिया। पुलिस की निगरानी में पीता बर ने भाई शिवम का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान आसपास केकरीब आधा दर्जन थानों की पुलिस मौजूद थी।

बहने बोली मेरा भाई खुदकुशी नहीं कर सकता…

पोस्टमार्टम हाउस पर शिवम सिंह की चार बहने नंदिनी, प्रियंका, रेनू और दीपिका भी पहुंची थी। चारों बहनोंं ने मीडिया से बातचीत करते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया। बहनों के मुताबिक शिवम खुदकुशी नहीं कर सकता है। उसकी हत्या की गई। पुलिस ने चीन्ना केसहयोग से शिवम को मारा है। इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस के बजाए सीबीआई या अन्य संस्था से कराई जाए। पुलिस मेरे भाई की हत्या में शामिल हैं, भरोसा नहीं कर सकते हैं।

पनाह देने वाले की तलाश

गोमतीनगर के विराम खंड पांच में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को पनाह मामू ने दी थी। मामू के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। शिवम के खुदकुशी के समय वह मौजूद नहीं था। वहां भानू पंडित नाम का युवक मिला। उसने दोनों के बारे में सिर्फ यही बताया कि मामू ने इनको यहां रोका था। तीन दिन पहले वहां पहुंचे थे। दोनों घर से बाहर भी नहीं निकलते थे। वह कमरे में ही रहते थे। उनकी जरूरत का सामान का भी इंतजाम मामू ही करता था। वारदात के एक दिन पहले ही मामू कहीं गया था। वरिष्ठï उपनिरीक्षक गोमतीनगर राजेश यादव ने बताया कि मामू के बारे में डिटेल निकाली जा रही है।

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