नई दिल्ली। भारत की वैक्सीन मैत्री के तहत दुनिया के देशों को कोविशिल्ड की सप्लाई किए जाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने एक बार फिर भारत की तारीफ की है। उन्होंने कोविड 19 के खिलाफ जंग में निरंतर सहयाेग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि भारत और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद । केवल एक साथ काम करने, जिसमें ज्ञान को साझा करना भी शामिल है, से ही हम वायरस को रोक सकते हैं और जिंदगियों और आजीविका को बचा सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक का यह ट्वीट ऐसे वक्त में आया है, जब दुनिया के कई देशों ने भारत का धन्यवाद ज्ञापित किया है। इससे पहले नवम्बर, 2020 में कोविड 19 से बाहर निकलने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए भी टेड्रोस अधनोम ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी।
भारत अबतक सात पड़ोसी देशों को अनुदान सहायता के तौर पर मुफ्त में कोविशिल्ड दवा की खुराकें भेज चुका है। इसके तहत सबसे पहले भूटान और मालदीव को क्रमश: डेढ़ और एक लाख वैक्सीन खुराकें भेजी गईं। इसके बाद गुरुवार को भारत ने नेपाल और बांग्लादेश को क्रमश: 10 लाख और 20 लाख वैक्सीन खुराकें भेजीं।
शुक्रवार को म्यांमार को 15 लाख, मॉरिशस को 1 लाख और सेशल्स को 50 हजार वैक्सीन खुराकें भेंजी गईं। इसके साथ ही वाणिज्यिक आधार पर भी वैक्सीन की 20-20 लाख खुराक मोरक्को और ब्राजील पहुंच गई हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने भारत से कोरोना वायरस महामारी के उपचार के लिए निर्मित वैक्सीन की आपूर्ति की तुलना हनुमान जी की संजीवनी बूटी से ही कर दी। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड से लड़ाई में ब्राजील का भारत को विश्वसनीय भागीदार बनना हमारे लिए सम्मान का विषय है। हम स्वास्थ्य सेवा पर देशों के सहयोग को मजबूत करना जारी रखेंगे।
इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति, नेपाल के प्रधानमंत्री, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उपहार स्वरूप वैक्सीन देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद दिया। शेख हसीना ने कहा कि जल्द ही भारत से वाणिज्यिक वैक्सीन आपूर्ति भी शुरू हो जाएगी।
इसी बीच समाचार है कि श्रीलंका को 27 जनवरी को भारत 6 लाख कोविशिल्ड खुराक भेजेगा।