पटना: ‘लालू प्रसाद इतने अंधविश्वासी हैं कि उन्होंने न केवल तांत्रिक के कहने पर सफेद कुर्ता पहनना छोड़ा, बल्कि तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया। उसी तांत्रिक ने विंध्याचल धाम (मिर्जापुर) में लालू प्रसाद से तांत्रिक पूजा कराई थी। वे तीन साल पहले मुझे मारने के लिए भी तांत्रिक अनुष्ठान करा चुके हैं।’
2020 में बिहार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को लेकर कहा था। मगर, अब हालात बदल गए हैं। लालू यादव के बेटे तेज प्रताप और उनकी पार्टी से मंत्री सुरेंद्र यादव बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को तांत्रिक बताकर विरोध कर रहे।
कहा जाता है कि 2015 विधानसभा चुनाव से पहले तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी के कहने पर लालू यादव कलरफुल कुर्ता पहनना शुरू कर दिया। लालू की पार्टी नीतीश के साथ छप्परफाड़ बहुमत लेकर सत्ता में आ गई। कहा जाता है कि लालू को ये सब अपने रंगीन कुर्तों का कमाल लग रहा था, जिसने 2015 में उनकी ग्रह-दशा बदलकर फिर से उन्हें सत्ता दिला दी। लालू को रंगीन कुर्ता पहनने की ये सलाह ‘बाबा’ ने ही दी थी।
इन्हीं ज्योतिषी से राय-मश्विरा कर लालू ने तंत्र साधना तक कराई। साल 2017 में जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ हो लिए और आरजेडी सत्ता से बाहर हो गई तो तेज प्रताप यादव ने अपने सरकारी बंगले का मेन गेट पीछे की तरफ करा दिया। आरजेडी सत्ता से बाहर हो गई तो बाबा की भी पार्टी से 2018 में विदाई हो गई। तब कहा गया कि शंकर चरण त्रिपाठी ने राहुल गांधी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। बाद में शंकर चरण त्रिपाठी ने समग्र उत्थान पार्टी की नींव डाली, मगर अब वो इस दुनिया में नहीं हैं।
बिहार में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर जमकर बयानबाजी हो रही है। सत्ताधारी के नेताओं और मंत्रियों ने मोर्चा खोल रखा है। उन्हें तांत्रिक बताया जा रहा है। पटना से सटे तरेत (नौबतपुर) में बाबा बागेश्वर का 13-17 मई तक हनुमत कथावाचन का कार्यक्रम है। बाबा बागेश्वर का बीजेपी सपोर्ट कर रही तो आरजेडी और जेडीयू के नेता विरोध कर रहे हैं। आरजेडी कोटे से मंत्री उन्हें तांत्रिक बता रहे। जबकि बीजेपी सांसद सुशील मोदी लालू यादव पर तंत्र के जरिए मारने का आरोप लगा चुके हैं।
अक्टूबर 2020 में बिहार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर तंत्र-मंत्र को लेकर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद इतने अंधविश्वासी हैं कि उन्होंने न केवल तांत्रिक के कहने पर सफेद कुर्ता पहनना छोड़ा, बल्कि तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया। उसी तांत्रिक ने विंध्याचल धाम (मिर्जापुर) में लालू प्रसाद से तांत्रिक पूजा कराई थी। वे तीन साल पहले मुझे मारने के लिए भी तांत्रिक अनुष्ठान करा चुके हैं।
दूसरे ट्वीट में सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद को जनता पर भरोसा नहीं, इसलिए वे तंत्र-मंत्र, पशुबलि और प्रेत साधना जैसे कर्मकांड कराते रहे। एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा था कि 2009 में पूर्ण सूर्यग्रहण देखने तारेगना पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब ग्रहण के समय बिस्कुट खाया, तब लालू प्रसाद ने कहा था कि इससे अकाल पड़ेगा।
2005 में लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ने में डेढ़ महीने लगा दिए। बाद में कहा कि वे आवास की दीवार में ऐसी तंत्रसिद्ध पुड़िया रख आए हैं कि अब कोई वहां नहीं टिक पाएगा। 26 मई, 2014 को नरेंद्र मोदी ने जब प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तब लालू प्रसाद ने शपथ ग्रहण के मुहूर्त गोधूलि बेला को अशुभ बता दिया और कहा कि सरकार पांच साल नहीं चलेगी।
UP वाले शंकर चरण त्रिपाठी को जानिए
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले शंकर चरण त्रिपाठी सेल्स टैक्स अधिकारी थे। रिटायरमेंट के बाद ज्योतिष की राह पर चल पड़े। कुछ निजी चैनलों पर भी उनकी भविष्यवाणियों का प्रोग्राम चला करता था। कहने वाले तो ये भी कहते हैं कि इन्होंने मायावती को लेकर जो भी भविष्यवाणी की वो बिल्कुल सटीक बैठी। इसके बाद लालू की नजर ‘बाबा’ शंकर चरण त्रिपाठी पर पड़ी।
2015 से पहले सफेद की जगह कलरफुल कुर्ता पहनने की सलाह लालू को ‘बाबा’ ने ही दी थी। नीतीश के साथ आरजेडी सत्ता में लौट गई। एक बेटा डिप्टी सीएम तो दूसरा मंत्री बन गया। 2017 में लालू ने शंकर चरण त्रिपाठी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया। कुछ दिनों बाद बिहार की सत्ता से आरजेडी बाहर हो गई। 2018 में लालू ने बाबा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। मगर 2015 के बाद से लालू यादव ने खुद को कलरफुल बनाए रखा।