नई दिल्ली। तालिबान के उप राजनीतिक प्रमुख मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने चेतावनी जारी कर कहा कि अमेरिकी तालिबान शांति समझौते को लागू करने में अगर देरी हुई तो इससे ’शांति प्रक्रिया’ को और नुकसान पहुंच सकता है। अफगान शांति के लिए अमेरिकी दूत, ज़ाल्मे ख़लीलज़ाद के साथ बैठक के दौरान, क़तर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि मुल्ला बरादर ने शांति समझौते को लागू करने में देरी के परिणामों को लेकर चेतावनी दी है ।
शाहीन के अनुसार, मुल्ला बरादर ने कैदियों की रिहाई पर जोर दिया, ताकि वे अफगान वार्ता के शुरुआत में मार्गदर्शन कर सके । उन्होंने शांति प्रक्रिया में तेजी लाने और अमेरिका और तालिबान के बीच अफगानिस्तान में मुद्दों को हल करने के लिए तालिबान के बीच शांति समझौते के लिए पूर्ण रूप से जोर दिया है ।
खलीलज़ाद ने कहा, “सभी पक्षों को अफगान सरकार और तालिबान द्वारा कैदियों की रिहाई पर सभी मोर्चों पर तत्परता से काम करने की आवश्यकताएं हैं, मैंने गायब हुए अमेरिकियों मार्क फ्रेरिच और पॉल ओवरबी का भी मुद्दा उठाया है और साथ ही तालिबान के कुंदुज़,गजनी और खोस्त में हाल ही में हमलों के बारे में हमारी चिंताएं भी व्यक्त की हैं। हमने राष्ट्रपति गनी के आक्रामक हमलों के आदेश को लेकर भी चिंता व्यक्त की .“
खलीलजाद ने यह भी कहा “तालिबान ने समझौते और इसके कार्यान्वयन के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वे हमारे नागरिकों का पता लगाने के लिए वे सब करेंगे। वे अगले कदम पर अपने नेतृत्व से परामर्श करेंगे।