लखनऊ। लखनऊ और नई दिल्ली के लोगों के लिए एक बुरी खबर है। इन दो राज्यों के बीच चलने वाली देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस का संचालन आज से बंद हो गया है। ये संचालन आईआरसीटीसी के अगले आदेश तक बंद रहेगा। बता दें कि तेजस का संचालन की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी की थी। लेकिन कोरोना काल के दौरान इस ट्रेन की बुकिंग में लगातार कमी आ रही है।
वहीं, तेजस के अलावा कई और ट्रेनों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसमें लखनऊ मेल, राजधानी जैसी ट्रेनें भी शामिल है। इन ट्रेनों में भी यात्री नहीं आ रहे हैं। सिर्फ 40 फ़ीसदी ही यात्री इन ट्रेनों में बुकिंग करा रहे हैं ।
बताया जा रहा है कि तेजस की बुकिंग 23 नवंबर के बाद 20 से 30 यात्री ही रोजाना सीटों की बुकिंग करा रहे थे। ऐसे में यात्री आभाव और फ्लेक्सी किराया से महंगा सफर यात्रियों को राहत नहीं दे सका। जबकि ट्रेन में ढेरों यात्री सुविधाएं थी। इसके बावजूद रेलवे प्रशासन यात्रियों को आकर्षित में असफल रहा।
ऐसे में रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को 23 नवंबर से अगले आदेश तक ट्रेन के संचालन को निरस्त करने के आदेश दे दिए हैं। बता दें कि पहली बार इस तरण का संचालन लखनऊ से चार अक्तूबर 2019 को शुरू हुआ था। अंतिम बार तेजस ट्रेन 22 नवंबर की सुबह साढ़े छह बजे लखनऊ से नई दिल्ली 200 करीब यात्री लेकर रवाना हुई।
दीपावली में भी नहीं मिलें यात्री
कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के बाद ट्रेन का संचालन मार्च में बंद हो गया था. इसके बाद तेजस ट्रेन का संचालन 17 अक्तूबर को शुरू हुआ था। रेलवे को उम्मीद थी दीपावली में ट्रेन को यात्री मिलेंगे, लेकिन ऐसा हो न सका। यही नहीं एडवांस में 10 दिन का आरक्षण बढ़ाकर एक महीने कर दिया गया। इसके बाद भी यात्री नहीं मिलने की वजह से 14 नवंबर को ट्रेन को रद्द करना पड़ा।
अन्य ट्रेन पर भी संकट
तेजस के अलावा लखनऊ-दिल्ली के बीच यात्रियों की कम संख्या की वजह से शताब्दी, लखनऊ मेल व एसी स्पेशल जैसे वीआईपी ट्रेनों का हालत भी खराब है। इन सभी ट्रेनों में चेयरकार से लेकर स्लीपर तक के खीटें खाली चल रही है। यात्री न मिलने की वजह डायनमिक फेयर लागू किया गया। इसके बाद भी ट्रेनों में 40 फीसदी ही सीटों की बुकिंग हो रही है।