दलित बेटी की हत्या: गले और सिर की हड्डियां टूटीं, 63 दिन बाद मिला शव

उन्नाव। पूर्व सपा राज्यमंत्री स्व. फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह ने साथियों संग दलित युवती की हत्या की तो पूरा महकमा हिल गया। पोस्टमार्टम हाउस पर शुक्रवार की सुबह पीड़ित परिवार के लोगों ने हंगामा किया और सड़क पर जाम लगा दिया। युवती के शव का आज उन्नाव मोर्चरी में पोस्टमार्टम हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या होने की बात का जिक्र है। रिपोर्ट में गले की हड्डी और सिर की हड्डी पर गम्भीर चोट है। दम घुटने से मौत होना पाया गया है। पूरे पीएम की वीडियोग्राफी भी कराई गई।

पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों ने हंगामा करते हुए मार्ग जाम कर दिया। 4 घंटे चले बवाल के बाद समझौता शव को अंतिम संस्कार के लिए रवाना कर दिया। इसके बाद सियासी राजनीति तेज हो गई है। स्थानीय विधायक के साथ अन्य पार्टियों प उम्मीदवार पहुंच गए। मायावती ने इस पर ट्वीट करके गहरा दुःख व्यक्त किया है।

उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम में रहने वाली युवती पूजा का पूर्व सपा राज्य मंत्री के बेटे रजोल सिंह ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद मां ने पुलिस से गुहार लगाई पुलिस में हल्की धाराम मुकदमा दर्ज किया और ठंडे बस्ते में डाल दिया। मां चिल्लाती रही कि उसके बेटी की हत्या कर दी गई है लेकिन पुलिस में नहीं सुनी।

आखिरकार 63 दिन बाद स्वाट और सर्विलांस की टीम ने शव को बरामद किया है। मामले में आज बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने घटना पर दुख व्यक्त किया है उन्होंने कहा है सपा नेता के खेत में दलित युवती का शव दफनाया गया परिवार वाले पहले से ही अपहरण हत्या की बात कह रहे थे राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कानूनी कार्यवाही करें।

लिखित आश्वासन न मिलने पर शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार

परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। बेटे को सरकारी नौकरी, पक्की छत,  25 लाख रुपए व दोषियों को फांसी की सजा की मांग कर पिता व मां ने लिखित मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट व एएसपी शशि शेखर सिंह को सौंपा।। उन्होंने लिखित आश्वासन देने की मांग की। अधिकारियों के पैर पीछे करने पर परिजन दोबारा पोस्टमार्टम हाउस में ही बैठ गए और शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उहापोह की स्थित बनी हुई है।

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