दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड 2020 से नवाजा जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को इसका ऐलान किया। इसे तमिलनाडु चुनाव से जोड़कर देखे जाने के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि रजनीकांत का फिल्म इंडस्ट्री के योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। दरअसल, तमिलनाडु में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए वाेटिंग होनी है।
रजनीकांत ने 26 दिन में छोड़ दी थी राजनीति
रजनीकांत का राजनीति में आने का सपना अधूरा ही रह गया। 70 साल के रजनी ने खराब सेहत की वजह से चुनावी राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है। 3 दिसंबर को रजनीकांत ने कहा था कि वे नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे। 31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान किया जाएगा, लेकिन ऐसा हो ना सका और 26 दिन के अंदर ही उन्होंने राजनीति छोड़ दी।
चार साल की उम्र में मां का निधन हो गया था
12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु के एक मराठी परिवार में जन्मे रजनी का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। जीजाबाई और रामोजी राव की चार संतानों में शिवाजी सबसे छोटे थे। उनकी स्कूलिंग बेंगलुरु में हुई। रजनीकांत चार साल के थे, तभी उनकी मां का निधन हो गया था।
घर की माली हालत बहुत अच्छी नहीं थी। इसलिए रजनीकांत ने कुली से लेकर बस कंडक्टर तक का काम किया। बस में टिकट काटने के अनोखे अंदाज की वजह से ही वे पॉपुलर हुए और दोस्तों ने उन्हें फिल्मों में एक्टिंग करने की सलाह दी।
इन सितारों को मिल चुका दादा साहेब पुरस्कार
वर्ष (समारोह) | नाम | फिल्म इंडस्ट्री |
2018 (66 वां) | अमिताभ बच्चन | हिन्दी |
2017 (65वां) | विनोद खन्ना | हिन्दी |
2016 (64वां) | कसिनाथुनी विश्वनाथ | तेलुगू |
2015 (63वां) | मनोज कुमार | हिन्दी |
2014 (62वां) | शशि कपूर | हिन्दी |
2013 (61वां) | गुलजार | हिन्दी |
2012 (60वीं) | प्राण | हिन्दी |
2011 (59वां) | सौमित्र चटर्जी | बंगाली |
2010 (58वां) | के. बालचन्दर | तमिल
तेलुगू |
2009 (57वां) | डी. रामानायडू | तेलुगू |
2008 (56वां) | वी. के. मूर्ति | हिन्दी |
2007(55वां) | मन्ना डे | बंगाली
हिन्दी |
2006 (54वां) | तपन सिन्हा | बंगाली
हिन्दी |
2005 (53वां) | श्याम बेनेगल | हिन्दी |
2004 (52वां) | अडूर गोपालकृष्णन | मलयालम |
2003 (51वां) | मृणाल सेन | बंगाली |
2002 (50वां) | देव आनन्द | हिन्दी |
2001 (49वां) | यश चोपड़ा | हिन्दी |
2000 (48वां) | आशा भोसले | हिन्दी
मराठी |
1999 (47वां) | ऋषिकेश मुखर्जी | हिन्दी |
1998 (46वां) | बी. आर. चोपड़ा | हिन्दी |
1997 (45वां) | कवि प्रदीप | हिन्दी |
1996 (44वां) | शिवाजी गणेशन | तमिल |
1995 (43वां) | राजकुमार | कन्नड़ |
1994 (42वीं) | दिलीप कुमार | हिन्दी |
1993 (41वां) | मजरूह सुल्तानपुरी | हिन्दी |
1992 (40वां) | भूपेन हजारिका | असमिया |
1991 (39वां) | भालजी पेंढारकर | मराठी |
1990 (38वां) | अक्कीनेनी नागेश्वर राव | तेलुगू |
1989 (37वां) | लता मंगेशकर | हिन्दी, मराठी |
1988 (36वां) | अशोक कुमार | हिन्दी |
1987 (35वां) | राज कपूर | हिन्दी |
1986 (34वां) | बी. नागी. रेड्डी | तेलुगू |
1985 (33वां) | वी. शांताराम | हिन्दी
मराठी |
1984 (32वां) | सत्यजीत रे | बंगाली |
1983 (31वां) | दुर्गा खोटे | हिन्दी
मराठी |
1982 (30वां) | एल. वी. प्रसाद | हिन्दी
तमिल तेलुगू |
1981 (29वां) | नौशाद | हिन्दी |
1980 (28वां) | पैडी जयराज | हिन्दी
तेलुगू |
1979 (27वां) | सोहराब मोदी | हिन्दी |
1978 (26वां) | रायचन्द बोराल | बंगाली
हिन्दी |
1977 (25वां) | नितिन बोस | बंगाली
हिन्दी |
1976 (24वां) | कानन देवी | बंगाली |
1975 (23वां) | धीरेन्द्रनाथ गांगुली | बंगाली |
1974 (22वां) | बोम्मीरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी | तेलुगू |
1973 (21वां) | रूबी मयेर्स (सुलोचना) | हिन्दी |
1972 (20वां) | पंकज मलिक | बंगाली एवं हिन्दी |
1971 (19वां) | पृथ्वीराज कपूर | हिन्दी |
1970 (18वां) | बीरेन्द्रनाथ सिरकर | बंगाली |
1969 (17वां) | देविका रानी | हिन्दी |