लखनऊ। कांग्रेस हमेशा से गरीबों के पेट पर लात मारकर राजनीति करती आयी है। उसकी कभी भी गरीबों को ऊपर उठाने की मंशा नहीं रही है। यही कारण है कि वह इस महामारी में भी सिर्फ दिखावे की राजनीति करने में जुटी है। प्रियंका ने कभी गरीबी देखी नहीं, इस कारण वे दर्द क्या समझेंगी। ये बातें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कही। उन्होंने कहा कि प्रियंका वाड्रा ने तो सिर्फ एक हजार बसें देने की बात यह सोचकर कह दी कि इसी बहाने राजनीति चमका लें, जबकि राजस्थान और महाराष्ट्र से ट्रकों में मजदूरों को भरकर खुद यूपी बार्डर पर छोड़ने का काम कांग्रेस कर और करवा रही है। यदि उन्हें सेवा करना ही है तो लखनऊ में फिटनेस सर्टिफिकेट क्यों नहीं भेजवा रही है।
दिल्ली अध्यक्ष के पकड़े जाने पर क्यों नहीं बोलतीं प्रियंका
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी द्वारा मजदूरों को बार्डर पर लाकर छोड़ने और भूखों तड़पने को मजबूर करना, इसका पक्का प्रमाण है। उनको दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। इस पर प्रियंका वाड्रा क्यों नहीं बोलतीं। यदि प्रियंका को गरीबों से हमदर्दी होती तो पहले वे पंजाब, महाराष्ट्र और राजस्थान में भूखों रह रहे मजदूरों के भोजन और वहां से उनके घर पहुंचवाने की समुचित व्यवस्था करवातीं।
मनीष शुक्ला ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि प्रियंका वाड्रा सिर्फ राजनीति चमकाना चाहती हैं। उनको गरीबों से कोई हमदर्दी नहीं रह गयी है। वे इस महामारी काल में भी अपनी राजनीति का अवसर ढूंढ रही है।
कांग्रेस सेवा नहीं, ट्वीट के सहारे
मनीष शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने हमेशा गरीब, किसान, मजदूरों का ख्याल रखा है। इस आपदा काल में भी शुरू से ही एक-एक कार्यकर्ता अपनी भूमिका अदा करने में जुटा हुआ है। सरकार से इतर संगठन के लोग गांव-गांव जाकर लोगों का हालचाल लेने, उनको राहत सामग्री देने, अन्य सुविधाओं को पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन प्रियंका वाड्रा समेत कांग्रेसी कमरे में बैठकर ट्वीट के स्वीट के सहारे अपनी राजनीति चमका रहे हैं।
प्रियंका, राजनीति को व्यापार न बनायें, गरीबों से हमदर्दी दिखाएं
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका वाड्रा को यदि जरा भी हमदर्दी होती तो उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जगह-जगह अपने स्टाल लगवाने या गांव में जाकर लोगों की व्यवस्था करवाने के लिए कहना चाहिए, लेकिन वे गरीबों का दर्द समझ ही नहीं सकतीं। उनको तो सिर्फ राजनीति से मतलब है। इसका कारण है, उनके राजनीति व्यापार है, जबकि भाजपा के लिए यह सेवा भाव है।
आखिर फिटनेस सर्टिफिकेट क्यों नहीं देना चाहती कांग्रेस
प्रियंका वाड्रा द्वारा 1000 बस देने के लिए सीएम से कहा गया था। इसमें सोमवार को प्रदेश सरकार ने लखनऊ बसें भेजने के लिए कहा था लेकिन आज पांच सौ बस गाजियाबाद और पांच सौ नोयडा भेजने के साथ ही बसों का फिटनेस सर्टिफिकेट, चालक व परिचालक के कागजात लखनऊ भेजने के लिए पत्र दिया गया है लेकिन कांग्रेस अभी तक यह भी देने काे तैयार नहीं दिख रही है।
कांग्रेस ने बस के नाम पर भी फर्जीवाड़ा किया
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि ‘वही हुआ जो संदेह था कांग्रेस ने बसों की सूची देने में भी फर्जीवाड़ा किया है। इस पार्टी का फर्जीवाड़ा व भ्रष्टाचार करना ब्लड में है। बसों की सूची देने की हो-हल्ला करने के बाद आज जब देने की बारी आयी तो टैक्सी, कार, मोटरसायकिल की सूची भेज दिया।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यह वैसा ही मामला है, जैसे राजस्थान के भरतपुर से कांग्रेस ने बस से आ रहे मजदूरों को उतारकर डाला में भूसे की तरह भरकर भेज दिया, जिसके कारण औरेया में मजदूर हादसे का शिकार हो गये। इसके बावजूद भी कांग्रेस अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है।