न्येनबर्ग. दुनियाभर में कोरोनावायरस से अब तक 12 लाख से अधिक मामले आ चुके हैं, 65 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में अब तक कोरोना के 3588 से अधिक केस आए हैं। 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। ऐसे में कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए कई तरह की सावधानी बरतने की भी जरूरत है, ताकि इसे फैलने से रोका जा सके। इन कुछ उपायों के जरिए आप कोरोना के संक्रमण से बच सकते हैं…
- पैनिक न हों – सुरक्षा की शुरुआत अपने घर से करें, सबसे पहले अपने घर को वायरस से निपटने के लिए तैयार करें। बच्चों को सकारात्मक रखें और उन्हें भरपूर प्यार दें। इस समय न तो खुद पैनिक हो न ही अपने परिवार के किसी सदस्य को पैनिक होने दें। डॉक्टरों की मानें तो कोरोनावायरस, कोविड-19 का जिस तेजी से फैलाव हो रहा है, उससे अधिक सतर्कता बरतना और ज्यादा जरूरी हो गया है। हालांकि हम अतिरिक्त सावधानियां और एहतियात बरतकर इस महामारी के प्रभाव से बच सकते हैं। इस बीमारी से हमें कतई घबराना नहीं चाहिए।
- घर पर ही रहें – इस महामारी से बचने का सबसे कारगर तरीका सोशल डिस्टेंसिंग को माना जा रहा है। अधिक जरूरी न होने पर बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर बाहर जाते हैं तो लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी बेहद जरूरी है। घर पर रहकर आप इस संक्रमण को बढ़ने से रोक सकते हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि भीड़ में यह पता नहीं होता कि कौन इस खतरनाक वायरस से संक्रमित है? अगर किसी को इसका संक्रमण होगा तो दूसरे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इस स्थिति में संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है। घर पर जिन वस्तुओं का रोजाना इस्तेमाल हो रहा है। उनकी सफाई रोजाना करें। कुर्सी, मेज, लाइट के स्विच, दरवाजे और हत्थे को घर के सभी लोग इस्तेमाल करते हैं, इन्हें रोजाना साफ करें।
- खांसी, बुखार पर डाॅक्टर से सलाह लें – इन दिनों आप बीमार लोगों से मिलने पर परहेज करें। यदि खुद बीमार हैं तो डॉक्टर से मिलने के अलावा बाहर निकलने से बचें। खांसी और जुकाम होने पर टिश्यू का इस्तेमाल करें। तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत, खांसी जैसी समस्या होने पर तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करें।
- हाथ धोते रहें – यह वायरस सतह से फैलता है। इसलिए हाथ साबुन से धोते रहें। खासतौर पर कहीं बाहर से आएं तब अच्छे से हाथ धोए। संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर हर 20 मिनट में हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं। इसके साथ ही अल्कोहलयुक्त हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। साथ ही फोन, टैबलेट और हैंडल जैसे “हाई-टच” सतहों को साफ करें। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यदि इंसान अपने आसपास साफ सफाई का ध्यान रखें, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं और समय-समय पर नियमित रूप से हाथ धोएं तो इस कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
मास्क का प्रयोग करना है या नहीं?
- दुनिया भर के विशेषज्ञों ने मास्क के उपयोग के खिलाफ जोर दिया है। इस बारे में जब डॉक्टर्स से बात की गई कि आखिर सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल कोरोनावायरस से बचने में कितना कारगर है? तो डॉक्टर्स इसे लेकर बहुत श्योर नहीं हैं। उनका कहना है कि अगर बड़े स्तर पर वायरस से बचने के लिए सिर्फ पर निर्भरता बढ़ा दी जाए तो यह सही नहीं है।
- डॉक्टर्स का कहना है कि सर्जिकल मास्क का यूज सही जगह और सही वक्त पर किया जाना चाहिए। जैसे हॉस्पिटल में होता है…क्योंकि वहां डॉक्टर और नर्स मरीज के साथ ही उसके फैमिली मेंबर्स और अलग-अलग बीमारियों के मरीजों से घिरे रहते हैं। इस स्थिति में सर्जिकल मास्क उन्हें सुरक्षित करता है।
- अगर आप स्वस्थ हैं तो आपको मास्क की जरूरत नहीं है। अगर आप किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं, तो आपको मास्क पहनना होगा। जिन लोगों को बुखार, कफ या सांस में तकलीफ की शिकायत है, उन्हें मास्क पहनना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
घर में कितने दिन का जरूरी सामान रखें?
- इस समय भारत समेत लगभग देशों में लाॅकडाउन है। ऐसे में खाने-पीने से लेकर मेडिकल और किराने का सामान जरूर घर पर रखें। जानकारों के मुताबिक कम से कम 30 दिन के लिए हर जरूरी सामान घर पर रखें।
- पोषण विशेषज्ञ नमामी अग्रवाल कहती हैं कि आपको खरीदारी करते समय छह फीट(2 मीटर) की दूरी बनाए रखने की आवश्यकता है। अगर संभव हो तो किराने के सामान के लिए हफ्ते में एक बार ही बाहर जाएं।
संक्रमण से बचने के उपाय?
- इस समय सही सूचनाओं पर विश्वास करें, क्योंकि कोरोनावायरस को लेकर ढेर सारी सूचनाएं आ रही हैं। इसलिए विश्वसनीय स्रोत पर ही विश्वास करें। सोशल मीडिया से मिली सूचना पर कतई विश्वास न करें।
- सभी यात्राएं टालने की कोशिश करें, भले ही वह अंतराष्ट्रीय हों या घरेलू, बस से हों, ट्रेन से हों या हवाई यात्रा हो। लंबी दूरी की यात्राएं करने से बचें, क्योंकि ये वायरस उनके जरिए ही अधिक तेजी से फैल रहा है।
- उन सभी जगहों पर जाने से बचें जहां कम जगह पर अधिक लोग हों। इसका मतलब है कि स्कूल, जिम, मॉल, बाजार, पब, थिएटर, मंदिर, अन्य पूजा स्थल, स्वीमिंग पूल आदि।
- वर्क फ्रॉम होम। भले ही आप ऑफिस में या फैक्ट्री में काम करते हैं, आपको इंफेक्शन का खतरा है और आपके सहकर्मी भी संक्रमित हो सकते हैं या आपको संक्रमित कर सकते हैं।
- अगर आपको काम पर जाना बहुत ही जरूरी है तो अपने सहकर्मियों से कम से कम 6 फुट का फासला रखें। कैंटीन जाने से बचें। बाहरी लोगों से मीटिंग करने से बचें। 10 से अधिक लोगों के समूह में ना मिलें।
हर कॉन्फ्रेंस, स्पोर्ट्स इवेंट, मेले, रैलियां, क्रिकेट मैच आदि से जितना हो सके उतना दूरी बनाए रखें।