न्यूयॉर्क। अमेरिका ने चीन पर फिर एक बार निशाना साधा है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) अपने पड़ोस में ‘दुष्ट’ रवैया अपनाए हुए है। वह अमेरिका और यूरोप के बीच साइबर कैम्पेन के जरिए गलत प्रचार कर रही है, ताकि यहां की सरकारों को कमजोर किया जा सके। वह विकासशील देशों को अपने कर्ज और निर्भरता के बोझ तले दबाना चाहती है।
पोम्पियो ने कहा कि चीनी फौज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ाने में जुटी है। दक्षिण चीन सागर में वह गलत तरीके से अपना क्षेत्र बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि चीन ने कोरोनावायरस के बारे में झूठ बोला, फिर इसे दुनिया के बाकी हिस्सों में फैलने दिया। उसने अपनी साजिश को छिपाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर दबाव डाला।
चीन ने हमारी नरमी का फायदा उठाया
पोम्पियो शुक्रवार को कोपेनहेगन डेमोक्रेसी समिट 2020 में ‘यूरोप और चीन की चुनौतियां’ विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों को सालों तक उम्मीद रही कि वे चीन की कम्युनिस्ट सोच में बदलाव लाकर वहां के लोगों के जीवन में सुधार ला सकते हैं, लेकिन चीन की सत्ताधारी पार्टी हमसे अच्छे संबंधों का दिखावा करके हमारी नरमी का फायदा उठाती रही।
चीन दुनिया में आजादी और तरक्की खत्म करना चाहता है
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि सीसीपी नाटो जैसे संस्थानों के जरिए दुनिया में बरकरार आजादी और उससे आई तरक्की को खत्म करना चाहती है। वह सिर्फ चीन को फायदा पहुंचाने वाले नियम-कायदे अपनाना चाहती है। पोम्पियो ने कहा कि सीसीपी ने संयुक्त राष्ट्र में दर्ज संधि को तोड़ते हुए हॉन्गकॉन्ग की आजादी को खत्म करने का फैसला किया।
चीन सिर्फ अपना फायदा देखता है
उन्होंने कहा कि चीन हॉन्गकॉन्ग के मामले में जो कर रहा है वह सिर्फ एक उदाहरण है। वह कई अंतर्राष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन कर चुका है। वह मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हुए चीन के उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार कर रहा है।
भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर शोक जताया था
पोम्पियो ने एक दिन पहले ही ट्वीट करके लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर शोक जताया था। उन्होंने लिखा था, ‘‘हम चीन के साथ हुए हालिया विवाद में भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर संवेदनाएं जताते हैं। हम सैनिकों को हमेशा याद रखेंगे, जिनके परिवार, करीबी और प्रियजन शोक में डूबे हैं।’’
नेपाल-चीन के बीच हुई वर्चुअल मीटिंग
नेपाल और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग की। इसमें मौजूदा राजनीतिक हालात और कोरोनावायरस महामारी पर चर्चा हुई। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल और उप-प्रधानमंत्री ईशोर पोखरेल समेत अन्य वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए।