सहारनपुर। सहारनपुर के देवबंद के ईदगाह मैदान में चल रहे जमीयत उलेमा ए हिंद के सम्मेलन के प्रथम दिन के सम्मेलन में देश भर से आए जमीयत से जुड़े उलेमा देश के हालात और मुस्लिमों के उत्थान को लेकर विभिन्न प्रस्ताव रखें। सम्मेलन में दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि हिंदुस्तान एक ऐसा चमन है, जिसमें हर धर्म, नजरिया व संस्कृति के लोग एक साथ आपस में प्यार मोहब्बत से रहते रहे है।
लेकिन आज एक अजीब सा माहौल बनाकर देशवासियों को बांटने का षड्यंत्र रचा जा रहा है, जो कि देश की तरक्की के लिए नुकसानदायक है। उन्होंने आह्वान किया कि सम्मेलन में अमन भाईचारे, मुस्लिम शिक्षा समेत जो भी प्रस्ताव आए, यहां मौजूद लोगों को उन पर संजीदगी से काम करने का संकल्प लेना चाहिए।
इन्होंने रखे प्रस्ताव
सम्मेलन में दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना सलमान बिजनौरी ने देश में नफरत के बढ़ते दुष्प्रचार को रोकने के लिए कार्य करने का प्रस्ताव रखा जबकि जमीयत के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत मौलाना कारी उस्मान मंसूरपुरी के पुत्र एवं दारुल उलूम के उस्ताद मुफ्ती सलमान मंसूरपुरी, मुफ्ती हबीबुर्रहमान इलाहाबाद और मौलाना शमसुद्दीन ने इस्लामोफोबिया की रोकथाम को कार्य करने का प्रस्ताव सम्मेलन में रखा।
शायरी से दिया सद्भाव का संदेश
सम्मेलन में पहुंचे प्रख्यात शायर डॉक्टर नवाज देवबंदी ने जमीयत के इस आयोजन के प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने आपसी भाईचारे पर शेरो शायरी कर आपसे सद्भाव का संदेश दिया।
सुबह नौ बजे शुरू हुआ सम्मेलन
इसके पहले देश और मिल्लत के अहम मुद्दों व समस्याओं को लेकर सहारनपुर के देवबंद के ईदगाह मैदान में जमीयत उलमा ए हिंद (महमूद मदनी गुट) के तत्वधान में दो दिवसीय सम्मेलन सुबह 9 बजे से शुरू हुआ। इस सम्मेलन मे देशभर के उलेमा और गवर्निग बॉडी के सदस्य प्रमुख समस्याओं को लेकर मंथन कर रहे हैं। इजलास का शुभारंभ जमीअत उलमा हिंद का झंडा लहरा कर किया गया है। तिलवात ए कुरान पाक दारूल उलूम देवबंद उस्ताद कारी अब्दुल रऊफ ने की और नात पाक मशहूर शायर कारी अहसान मोहसिन ने पेश की।
देशभर के उलेमा कर रहे शिरकत
जमीयत प्रमुख मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम, जमीअत उलमा हिंद पश्चिम बंगाल अध्यक्ष और ममता सरकार में मंत्री मौलाना सिद्दीकउल्ला चौधरी, सांसद मौलाना बदरूद्दीन अजमल और सभी प्रदेशों के अध्यक्षों सहित देशभर के उलेमा शामिल हो रहे हैं।
यह इजलास में देश के मौजूदा हालात और ज्ञानवापी मस्जिद समेत देश में विभिन्न धार्मिक स्थलों को लेकर बढ़ रहे विवाद, कॉमन सिविल कोड, मुस्लिम वक्फ एवं मुस्लिमो की शिक्षा आदि मुद्दों पर चर्चा होगी। जलसे में जिला प्रशासन की ओर से बड़े पैमाने पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।